पश्चिम बंगाल की एक मस्जिद की खूब चर्चा हो रही है। मस्जिद ने कदम ही ऐसा उठाया है कि जो भी इसके बारे में सुन रहा है वह तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहा है। मस्जिद के प्रबंधन से जुड़े लोगों ने स्कूली बच्चों की पढ़ाई के लिए अपना परिसर दे दिया। उससे भी बड़ी बात ये रही कि बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब न हो इसके लिए अजान में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल भी रोक दिया।
एक तरफ जहां पर एनसीआर से सटे गुरुग्राम में नमाज को लेकर पिछले कई सप्ताह से विवाद चल रहा है वहीं पश्चिम बंगाल की इस मस्जिद ने अपने कदम से मिसाल कायम कर दी है। ये मस्जिद पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी इलाके में स्थित है। इलाके में कोरोना के चलते बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हो रहा था। बिना शिक्षा के राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फैसला किया कि बच्चों की क्लास के लिए मस्जिद के कैंपस में जगह देंगे।
लाउडस्पीकर का इस्तेमाल भी रोका मस्जिद में क्लास के लिए जगह तो दे दी गई लेकिन उसके बाद भी दिक्कत थी क्योंकि मस्जिद में अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता था जिससे बच्चों को पढ़ते समय व्यवधान उत्पन्न होता था। मस्जिद के इमाम ने जब इस समस्या को देखा तो अजान में इस्तेमाल के लिए लाउडस्पीकर को रोक दिया। मस्जिद के इस फैसले के लिए पीछे वहां के इमाम की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने खुद इस फैसले के बारे में जानकारी दी है।













