रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना बड़ा भाई मानते हुए भाजपा से राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने कल राखी भेज रक्षाबंधन पर उपहार स्वरूप प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी मांगा। सांसद सरोज पांडे द्वारा मांगे गए इस उपहार को लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर तरह-तरह की चर्चा भी हो रही है। कांग्रेस के नेतागण इसे त्यौहार का राजनीतिक लाभ लेना करार दिया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा सांसद सरोज पांडे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राखी भेजी है। राखी के पावन अवसर पर राखी एवं साथ उन्होने एक पत्र भेजा है जिसमें प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग की गई है। निश्चित तौर पर रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते के प्रतीक का पावन त्यौहार है जो आदि अनादि काल से मनाया जाता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति उसमें भी राजनीति करने से परहेज नही कर रही है। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे द्वारा भेजे गए राखी का स्वागत कांग्रेस पार्टी करती है और निश्चित तौर पर जो संकल्प कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूर्ण शराबबंदी का लिया गया था उसे पूरा भी किया जाएगा, लेकिन कांग्रेस पार्टी यह जानना चाहती है कि सरोज पांडे ने कितने बार अपने बड़े भाई स्वरूप पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को राखी के साथ शराबबंदी हेतु पत्र भेजा है। उनके पत्राचार का उनके बड़े भाई पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने क्या जवाब दिया है, इस बात को पूरे प्रदेश की जनता उनसे जानना चाहती है। अगर डॉक्टर रमन सिंह अपने शासनकाल में शराबबंदी कर देते तो आज प्रदेश में शराबियों की संख्या एक भी नहीं होती। डॉक्टर रमन के 15 वर्ष के कार्यकाल के दौरान शराब की कुल बिक्री 300 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष से बढकर 5000 करोड़ तक पहुंच गई। तब उन्होंने डॉक्टर रमन सिंह को राखी के साथ पत्र भेज कर शराबबंदी की मांग क्यों नहीं की।
