नई दिल्ली। आजकल अधिकांश लोगों के पास स्मार्ट फोन है। हम यह भी कह सकते है कि यह स्मार्ट फोन हमारी लाइफ का खास हिस्सा बन चुका, चाहे काम हो या न हो, लोग स्मार्ट फोन में लगे ही रहते हैं। लेकिन अक्सर लोग स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं जिनका खामियाजा भुगतना पड़ जाता है। स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में:-
कितना और कब करें मोबाइल चार्ज
अपने मोबाइल फोन को बार-बार चार्ज करने से बचें. अक्सर लोग 40-50 फीसदी बैटरी होने पर भी फोन को चार्ज करने लगते हैं जो कि बिलकुल सही नहीं है. जब बैटरी 20 फीसदी तक हो तभी फोन को चार्ज करें और यह भी ध्यान रखें कि फोन को कभी भी 100 फीसदी तक चार्ज न करें. सिर्फ 90 फीसदी तक ही चार्ज करें, ऐसा करने से बैटरी की लाइफ बढ़ती है।
नकली चार्जर को दिखायें बाहर का रास्ता
हमेशा फोन को उसी के चार्जर से चार्ज करें जो फोन के साथ दिया जाए। किसी दूसरे फोन का चार्जर आपके फोन और बैटरी दोनों खराब हो सकते हैं। इतना ही नहीं नकली चार्जर का इस्तेमाल भी खतरनाक साबित हो सकता है। यदि आपके फोन का चार्जर खराब हो गया है तो आप ओरिजिनल चार्जर ही खरीदें।
वाइब्रेशन मोड है बैटरी का दुश्मन
जो लोग अपने मोबाइल फोन को हमेशा वाइब्रेट मोड पर रखते हैं उनके फोन की बैटरी जल्दी खत्म होती है. इतना ही नहीं यह बैटरी के साथ साथ सेहत के लिए भी खतरनाक है. अगर फोन को टच करते समय या किसी बटन को दबाते समय जो वाइब्रेशन होता है उसे भी बंद कर देना चाहिए क्योंकि उससे भी बैटरी की सेहत खराब होती है.
ब्लूटूथ, वाइफाइ और जीपीएस का इस्तेमाल सावधानी से
अपने फोन में हम ब्लूटूथ, वाइफाइ और जीपीएस का इस्तेमाल रोजाना करते हैं। लेकिन अक्सर इस्तेमाल होने के बाद इनको बंद करना भूल जाते हैं जिसकी वजह से ये बैटरी की खपत होती है। साथ ही इसे फोन के प्रोसेसर का काम भी बढ़ जाता है।
ज्यादा ब्राईटनेस आँखों और बैटरी के लिए है खराब
हर फोन में ऑटो ब्राइटनेस मोड दिया होता है। जो कि रोशनी के हिसाब से ब्राइटनेस तय करता है, ऐसे में बैटरी ज्यादा खपत होती है। इसलिए आप डिस्प्ले की ब्राइटनेस को अपने हिसाब से सेट करें। डिस्प्ले की रोशिनी हाई रहने पर बैटरी का काम बढ़ जाता है। जिसकी वजह से बैटरी खत्म होने लगती है। (एजेंसी)