रायपुर .छत्तीसगढ के दुर्ग शहर में बस स्टैंड के पास स्थित एक झोपड़ी में कॉ-ऑपरेटिव बैंक का हेडऑफिस है। दूर से अगर इस पर नजर दौड़ाई जाए तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे कोई चाय का टपरा हो। लेकिन इस बैंक का एक साल का टर्नओवर 22 करोड़ 84 लाख का है।
यह बैंक सिर्फ फुटपाथ कारोबारियों को ही लोन देता है। यह बैंक अब तक तीन हजार से ज्यादा लोगों को लाभन्वित कर चुका है। हर वर्ष लोन देने की राशि एक करोड़ रुपए के अनुपात में बढ़ रही है। बैंक में फिलहाल 800 बचत-चालू खाते और 500 लोन के खाते हैं।
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