दिल्ली के पूर्व राजस्व अधिकारी आईएएस हिमांशु खत्री ने छत्तीसगढ़ के दुरस्थ गांव बावनकेरा के ग्रामीण छात्र-छात्राओं सहित समस्त युवाओं को एक बड़ा लक्ष्य रखते हुए कठोर परिश्रम करने की सीख दी। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के दुरस्थ गांव बावनकेरा के ग्रामीण छात्र-छात्राओं के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बावनकेरा में एक ऑनलाइन कैरियर मार्गदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमें आईएएस अधिकारी हिमांशु खत्री ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। सत्र में करीब सैकड़ों छात्र शामिल हुए तथा आनलाइन से भी कई छात्रों ने इस कैरियर मार्गदर्शन का लाभ उठाया।
इस दौरान श्री खत्री ने आईआईटी दिल्ली में चयन एवम बिना कोचिंग के यूपीएससी में चयन की यात्रा छात्रों से साझा किया। उन्होंने अंग्रेजी का भाषाई उपनेविश्वाद को भेड़ चाल के सिद्धांत से खंडन करते हुए हिंदी माध्यम से श्रेष्ठ कार्य करने, एवम कक्षा 12 वी के बाद उपयुक्त कॉलेज चुनने ग्रामीण जीवन में रहते हुए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तमाम टूल्स हथियारों (टिप्स)का विवरण श्री खत्री ने दिया। छात्रों ने एक-एक करके सर से अपना सवाल का उत्तर जाना। ग्रामीण परिवेश एवम शहरी भिन्नता के कारण हीनता ग्रंथि गांव के छात्रों में कैसे खत्म करे इसका वर्णन भी उन्होंने किया। यूपीएससी में चयन के बाद अपने कार्यक्षेत्र के अनुभव भी छात्रों से साझा किए। उन्होंने बड़े से बड़ा लक्ष्य रखते हुए कठोर परिश्रम करते रहने की सीख छात्रों को दिया। गणित, जीव विज्ञान एवम वाणिज्य के कुल 150 छात्र छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया एवम यह जूम एप वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बावनकेरा में संपन्न हुआ।