
राजिम : ग्राम भैसातरा में रजऊ साहू व रुख़मणि साहू के पुत्र स्वर्गीय दिनेश साहू के बर्सी कार्यक्रम में भगवताचार श्री त्रिभुवन महाराज जी बारुला वाले के द्वारा चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी श्रीमती लक्ष्मी साहू श्रीमद्भागवत कथा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर श्रीमती साहू द्वारा मंच पर पहुंचकर श्रीमद्भागवत पुराण की पूजन की एवं कथावाचक पंडित त्रिभुवन महाराज मिश्रा को श्रीफल भेंट कर पुष्प हार पहनाया और आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा का रसपान किया। भागवत पुराण पर प्रवचनकर्ता त्रिभुवन महराज ने कहा कि कहा कि भागवत कथा अनंत है। सागर के पानी की स्याही बनाकर साक्षात सरस्वती कल्पवृक्ष से इसे लिखें तब भी नहीं लिखी जा सकती हैं। भगवत कथा पोथी ग्रंथ किताब पुराण पंचम वेद शास्त्र भी है। साक्षात भगवान हरि विराजे हैं। इसलिए भगवत कथा भगवान की अनंत है। पंडित रामायणी ने कहा कि भागवत कथा 12 स्कंध 335 अध्याय 18हजार श्लोकों वाली है।1-1 क्रम का वर्णन उन्होंने कथा में किया है। उन्होंने कहा कि सबसे श्रेष्ठ नदियों में गंगा तीर्थों में काशी व्रतों में एकादशी शिवजी भगवान श्री कृष्ण पुराणों में सबसे श्रेष्ठ भगवत कथा है। भगवत कथा में जिनका नाम लेकर संकीर्तन करने भर से पापों का नाश हो जाता है। कलेस प्रभु हर लेते हैं। उन्होंने बच्चों को शिक्षा देने पर जोर दिया बाल अवस्था को प्रबुद्ध युवा अवस्था को शुद्ध वृद्धा अवस्था को सिद्ध बनाने का संकल्प भी दिलाया है। श्रीमद्भागवत कथा में आप पास के ग्रामीणों के साथ आयोजन साहू परिवार के परिजन-रिश्तेदार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।