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…मेरा लड़का था कोरोमंडल ट्रेन में…’, लाशों के ढेर में बेटा खोजता बेसहारा बाप

ओडिशा बालासोर रेल हादसा दो दशकों में भारत की सबसे भीषण रेल दुर्घटना बन गई है। 2 जून की शाम 7 बजे के करीब शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस ( 12841) , बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12864) और मालगाडी के टक्कर से ये एक्सीडेंट हुआ। हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत हो गई है। बालासोर रेल हादसे से पूरा देश सदमे में है। सरकार से लेकर स्थानीय लोग बालासोर रेल हादसे के बचाव अभियान में जुडे़ हैं। बालासोर अस्पतालों के बाहर ब्लड डोनेट करने के लिए कल रात से लोगों की लाइन लगी है। सोशल मीडिया पर हर कोई इस भीषण हादसे पर दुख जता रहा है।

बालासोर रेल हादसे के बाद की वीडियो और तस्वीरें देखकर रौंगटे खड़े हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई स्थानीय मीडिया रिपोर्टर और लोगों ने बालासोर के अस्पतालों के हालात की तस्वीर और वीडियो शेयर की है। जिनमें देखा जा सकता है कि अस्पताल में एक लाइन से शव रखे गए हैं और उनके परिजन आकर शवों की पहचान कर रहे हैं। ट्विटर पर @ChatSoumyadeep नाम के यूजर ने एक दर्दनाक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक बेबस पिता लाशों के ढेर में से कफन उठा-उठा कर अपने बेटे को खोज रहा है। उस बेबस पिता से वीडियो में एक शख्स पूछता है, दादा किसे ढूंढ रहे हैं आप…? पिता कहता है, ”हमारा लड़का था एक…। कोरोमंडल (ट्रेन) में (रोते हुए…) हम भद्रक जिले के हैं। मेरा बेटा अभी तक नहीं मिला है। पुलिस को बताया है। लेकिन अभी कोई कुछ नहीं बता रहा है। यहां नहीं है मेरा बेटा (जमीन पर पड़े शवों की ओर इशारा करते हुए…) कुछ समझ नहीं आ रहा है।

इसी वीडियो को एक Tamal Saha (@Tamal0401) नाम के यूजर ने भी शेयर किया। वह ट्विटर बॉयो में खुद को पत्रकार बता रहा हैं। वीडियो में पत्रकार को कहते हुए सुना जा सकता है, ”आप इस शख्स (पिता की ओर इशारा करते हुए) को देख रहे हैं, इनका एक बेटा कोरोमंडल ट्रेन में चढ़ा था। ये पिछले 7 घंटों से अपने बेटे को खोज रहे हैं। ये अस्पताल के हर वार्ड में चक्कर काट चुके हैं। अब ये लाशों के ढेर में अपने बेटे को खोज रहे हैं। लेकिन इनका बेटा, इस डेडबॉडी में नहीं है। वह लापात है। वह जिंदा है या नहीं, इसका पता नहीं चल पाया है। हम दुआ कर रहे हैं कि इनका बेटा जल्दी मिल जाए और वह ठीक हो।..”

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