ट्रेनों में आपने कई बार सफर किया होगा। ट्रेन में सफर करना अपने आप में काफी अलग ही अनुभव होता है। खासकर जब आप किसी नई जगह पर घूमने जा रहे हों और चलती ट्रेन के बीच आपको कई सारे पहाड़, नदियां, झरनों के साथ ही हर तरफ खूबसूरत नजारे देखने को मिले तो क्या कहना? एक शहर से दूसरे शहर या एक राज्य से दूसरे तक जाने के लिए हमें ट्रेन सबसे बढिय़ा, सस्ता और सुरक्षित माध्यम लगता है। ट्रेनों के बारे में भी कई जानकारियां ऐसी हैं, जिसे हम जानते ही नहीं। इसी कड़ी में हम आपको आज बता रहे हैं भारत की सबसे लंबी टे्रनों के बारे में, जिनमें एक दो नहीं बल्कि 4 से 6 इंजन लगते हैं। जिसका सफर तो काफी सुहावना होगा, लेकिन ऐसी लंबी ट्रेनों को देखना अपने आप में काफी रोमांच होगा।
देश की सबसे लंबी ट्रेनें
- विवेक एक्सप्रेस
विवेक एक्सप्रेस भारत की सबसे लंबी दूरी की ट्रेन है। ये ट्रेन डिब्रूगढ़ से खुलती है और दक्षिण भारत के कन्याकुमारी तक इसका रूट है। कन्याकुमारी से ये रात 11 बजे चलती है और पांचवे दिन सुबह डिब्रूगढ़ पहुंचती है। इसमें लगभग 23 डिब्बे होते हैं और ये 4234 किमी का सफर तय करती है। - सुपर वासुकी
आप इस ट्रेन में कम जानते होंगे। भारत की सबसे लंबी ट्रेन का नाम सुपर वासुकी है। इस ट्रेन की एक खास बात ये भी है कि ये 6 इंजनों से चलती है। यह 295 डिब्बों को एक साथ लेकर चलती है और ये ट्रेन करीबन 3.5 किमी लंबी है। - शेषनाग ट्रेन
लंबी ट्रेनों की लिस्ट में शेषनाग ट्रेन भी शामिल है। इस ट्रेन की लंबाई करीबन 2.8 किमी है। इसे खींचने के लिए करीबन 4 इंजन की मदद लेनी पड़ती है। बता दें, इसका ट्रायल नागपुर मंडल से बिलासपुर मंडल के कोरबा तक किया था और इसे 4 ट्रेनों को जोड़कर शुरू किया था। सुपर वासुकी और शेषनाग ट्रेन मालगाड़ी ट्रेनें हैं। - प्रयागराज एक्सप्रेस
प्रयागराज ट्रेन भी भारत की सबसे लंबी ट्रेन है। ये फेमस ट्रेन दिल्ली और प्रयागराज के बीच चलाई जाती है। कहते हैं कि ये ट्रेन अपने साथ करीबन 24 डिब्बों के साथ चलती है।
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