‘दुर्घटना से देर भली’…ये सिर्फ एक कहावत नहीं है, बल्कि मौत को टालने का एक सबसे बड़ा मंत्र है. लेकिन चिंता की बात यह है कि आजकल लोग इस कहावत को हवा में उड़ा रहे हैं. उन्हें हर जगह पहुंचने की जल्दी होती है. कोई भी न तो इंतजार करना चहता है और ना ही सब्र रखना चाहता है. आपने ऐसी कई घटनाओं के बारे में सुना होगा, जिनमें जल्दबाजी के कारण किसी को अपनी जान गंवानी पड़ गई हो. लेकिन हैरत की बात है कि इन घटनाओं को देखने और सुनने के बावजूद लोग अपनी जल्दबाजी करने की आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. किसी को सड़क पर इंतजार करना भारी लगता है तो किसी को तेज रफ्तार से भाग रही ट्रेन पकड़ने की जल्दी होती है. बस इन्हीं कारणों से कई बार लोगों को अपनी खूबसूरत जिंदगी से हाथ धोना पड़ जाता है.
अब राजस्थान से सामने आई इस खौफनाक घटना को ही देखी लीजिए. चलती ट्रेन को पकड़ने की कोशिश करना एक बाप और बेटी को कितना भारी पड़ गया है. दरअसल राज्य के आबूरोड रेलवे स्टेशन पर भीमाराम नाम का एक शख्स अपने परिवार के साथ ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहा था. उसके साथ उसकी पत्नी और दो बेटियां थीं. भीमाराम ने जवाई बांध जाने के लिए टिकट खरीदा था. लेकिन जैसे ही वो ट्रेन पकड़ने के लिए प्लेटफॉर्म पहुंचा, ट्रेन चल चुकी थी. ट्रेन को चलता देख पूरा परिवार दौड़कर ट्रेन पकड़ने की कोशिश करने लगा.
बेटी सहित ट्रेन की चपेट में आया पिता
पहले भीमाराम ने अपनी पहली बेटी रंजिका को ट्रेन में चढ़ाया. फिर दूसरी बेटी मोनिका को साथ में लेकर चढ़ने की कोशिश करने लगा. लेकिन तब तक ट्रेन रफ्तार पकड़ चुकी थी. तेजी से भागती ट्रेन को पकड़ना अब मुश्किल हो गया था. यही सोचकर पिता ने अपनी बेटी रंजिका को ट्रेन से वापस उतारना चाहा था, क्योंकि वह समझ गए थे कि अब ट्रेन को नहीं पकड़ा जा सकेगा. हालांकि जैसे ही ट्रेन ने रफ्तार पकड़ी भीमाराम का बैलेंस बिगड़ गया और वह अपनी बेटी को साथ लेकर ही प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच के गैप में गिर गया.
डॉक्टर ने मृत घोषित किया
इस हादसे को देखकर पत्नी मौके पर ही बेहोश गई. आनन-फानन में ट्रेन को भी रुकवाया गया और बाप और बेटी को निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मरा हुआ करार दिया. इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है, जो काफी रोंगटे खड़े कर देने वाला है.(credit : abplive.com)