छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नवा रायपुर स्थित तूता में आज संविदा कर्मचारियों ने विधानसभा घेरने के लिए जमकर हुंकार भरी, हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी विधानसभा घेरने निकले तभी पुलिस प्रशासन ने रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने अब कल 19 जुलाई से आमरण अनशन का ऐलान किया है। विधानसभा घेराव करने निकले संविदा कर्मचारियों को पुलिस ने बैरीकेट्स लगाकर रोका।
लगातार प्रदर्शन के बाद भी सरकार की संवादहीनता से नाराज प्रदर्शकारियों के साथ पुलिस की झूमा झटकी हुई। घंटों बैठकर इन्होंने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रर्दानकारियों ने बताया कि शासन स्तर से हड़ताल तोडऩे कई हथकंडे अपना रही है जैसे शौचालय और पेयजल की व्यवस्था नहीं होना भी एक कारण है। इसे ध्यान में रखते संविदाकर्मी अब आमरण अनशन की घोषणा किए हैं।
19 जुलाई से संविदाकर्मी बिना अन्न और जल के आंदोलन करेंगे। महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि सरकार की संवादहीनता के चलते हम अब आमरण अनशन करने मजबूर हैं। इस आमरण अनशन में अन्न जल ग्रहण नहीं किया जावेगा। मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में संवाद स्थापित होना चाहिए किंतु पौने पांच साल बाद भी सरकार अपना वादे के संबंध में बात नहीं करना चाहती।