बारिश और बाढ़ ने आंखों की सेहत पर असर डालना शुरू कर दिया है. अचानक से आई फ्लू (Eye Flu) के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. छोटे-छोटे बच्चे आई फ्लू इंफेक्शन (Eye Flu in Kids) के शिकार हो रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि बरसात में नमी के चलते कई तरह के बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते है. जिससे आई फ्लू जैसी बीमारियां बढ़ने लगी हैं. हालांकि इस बार केस ज्यादा हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर किसी बच्चे की आंखें दर्द कर रही हैं और लाल हैं तो सतर्क हो जाना चाहिए. क्योंकि ये आई फ्लू का लक्षण होता है. ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल न भेजने की सलाह दी जाती है. क्योंकि आई फ्लू बैक्टीरिया से होती है. ये दूसरे बच्चों में भी फैल सकती है.
कितने दिन में ठीक होता है आई फ्लू
आई एक्सपर्ट के मुताबिक, वैसे तो आई फ्लू का इंफेक्शन एक हफ्ते के भीतर ही ठीक हो जाता है लेकिन कुछ मामले ऐसे भी होते हैं, जब बैक्टीरिया का संक्रमण ज्यादा होने का खतरा रहता है. ऐसे में एंटीबायोटिक लेने की आवश्यकता पड़ती है. कुछ केस में स्टेरॉयड तक डॉक्टर देते हैं.
बच्चों में आई फ्लू कितना खतरनाक
डॉक्टरों को मुताबकि, बच्चों में आई फ्लू होने का खतरा ज्यादा हो सकता है. इसका सबसे बड़ा कारण होता है हाइजीन. बच्चे इसका ध्यान नहीं रख पाते हैं. एक-दूसरे को टच करते हैं और बिना हाथ धोए खाना खा लेते हैं, हाथों को आंखों पर लगा लेते हैं. ऐसे में आई फ्लू का जोखिम बढ़ सकता है. डॉक्टर माता-पिता को सलाह देते हैं कि वे इस मौसम में बच्चों की सेहत का विशेष ख्याल रखें.
आई फ्लू से बच्चों को इस तरह बचाएं
ऐसी जगह न जाएं, जहां ज्यादा लोग हों.
हाथों को समय-समय पर धोते रहें.
आंखों को हाथ से छूने से बचें.
आंख की किसी तरह की समस्या को लेकर डॉक्टर से मिलें.
आई फ्लू होने पर क्या करें
अपना तौलिया या रूमाल ही यूज करें.
परिवार में दूसरों से अलग सोएं.
दिन में कम से कम 4-5 बार आंखों को पानी से धोएं.
आंखों में दर्द हो तो डॉक्टर को दिखाएं.