कोरबा जिले में तांत्रिक-बैगा से इलाज कराने पर एक महिला की मौत हो गई। बरबसपुर गांव के नवदंपति संतान की चाह में झाड़-फूंक कराने जोगिया डेरा गांव पहुंचे थे। जहां कोई दवा खाने पर दोनों की हालत बिगड़ गई और पत्नी ने दम तोड़ दिया। वहीं बैगा फरार हो गया है। घटना उरगा थाना इलाके की बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि नवदंपति एक साल बाद भी संतान नहीं होने के बाद झाड़-फूंक का सहारा लेने लगे। लेकिन एक दिन बैगा की जड़ी बूटी से 27 साल की पत्नी की मौत हो गई वहीं 28 साल के पति की हालत गंभीर है। शनिवार को पति अपनी पत्नी के साथ तांत्रिक के घर चला गया। वहीं तांत्रिक करीब एक घंटे तक फूंक झाड़ करता रहा। उसने झाड़-फूंक से दंपती को नहाकर आने भी कहा। साथ ही उन्हें नया कपड़ा पहनाया गया। बैगा ने तीन पान बनाए थे। इस पान में कुछ मसाले और अलग-अलग तरह की जड़ी-बूटी भी डाली गई थी। दोनों को बैगा ने यह पान थमा दिए जिसे खाने पर पत्नी को उल्टी होने लगी। रास्ते में पति को भी उल्टी हुई और दोनों की हालत बिगडऩे लगी। जड़ी-बूटी खाने से तबीयत बिगडऩे के बाद दोनों को पास में ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन नवविवाहिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं पति की हालत भी गंभीर है।