अक्सर लोगों के मन में सवाल होता है कि दोपहर में सोना चाहिए या नहीं? क्या दोपहर में लंच के बाद छोटी सी झपकी ली जा सकती है या इसके कोई नुकसान हैं. इसे लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि दोपहर में थोड़ी देर सोना फायदेमंद हो सकता है. यह ओवरऑल हेल्थ के लिए बेनिफिशियल होता है. इसका मेंटली और फिजिकली फायदा मिलता है. हालांकि, इस दौरान कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए.
दोपहर में सोने के क्या-क्या फायदे हैं
हार्ट हेल्थ बेहतर और ब्लड प्रेशर लेवल कंट्रोल में रहता है.
सर्जरी कराने के बाद दोपहर में सोना फायदेमंद होता है.
हार्मोन्स का असंतुलन नहीं होने पाता है.
डायबिटीज, PCOD, थायरॉइड और ओवरइटिंग जैसी समस्याओं से बच सकते हैं.
पाचनशक्ति बेहतर होती है, कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
डैंड्रफ और पिंपल्स से निताज मिल सकती है.
रात में नींद की समस्याओं से आराम मिलता है.
चोट और बीमारी से रिकवर होने में हेल्प मिलती है.
वजन कम करने में मदद मिलती है.
दोपहर में सोने से पहले ध्यान दें
खाना खाने के बाद बिस्तर पर एक करवट लेटें.
पैरों को थोड़ा अंदर की तरफ मोड़ें और फीटल पोजिशन में आएं, जैसे बच्चा भ्रूण में सोता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दोपहर में 10 से 20 मिनट की नींद ही पर्याप्त होती है, इसलिए इससे ज्यादा न लें.
बुजुर्ग, बीमार या छोटे बच्चे 1.5 घंटे तक भी सो सकते हैं.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, दोपहर में 1 बजे से 3 बजे तक सोना अच्छा माना जाता है.
दोपहर के लंच के बाद इन गलतियों से बचें
शाम को 4-7 बजे तक सोने से बचें.
खाना खाने के तुरंत बाद चाय-कॉफी, चॉकलेट-सिगरेट का सेवन न करें.
खाना खाने के बाद कुछ समय तक टहलें.
30 मिनट से ज्यादा दोपहर में कभी न सोएं.