रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को दीपावली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी के लिए सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। दीपोत्सव की पूर्व संध्या पर जारी अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा है कि रोशनी के इस त्यौहार से सबके जीवन के अंधेरे दूर हों और खुशहाली का प्रकाश सभी का घर-आंगन आलोकित करे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि त्यौहार हमारे जीवन में आपसी भाई-चारे और मेलजोल बढ़ाने के अवसर होते हैं, जो नई उमंग और स्फूर्ती से भर जाते हैं। हर साल धनतेरस से लेकर भाई-दूज तक 5 दिन दीवाली का त्यौहार उमंग और उत्साह से मनाया जाता है। पौराणिक महत्ता के साथ यह त्यौहार हमारी परम्परा और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। इस दीवाली हम स्नेह, सच्चाई और ईमानदारी का दीपक जलाएं जिसका उजियारा पूरी जिंदगी सौहार्द्र और प्रेम के रूप में बना रहे। उन्होंने प्रदेश की जनता से कोरोना महामारी से बचाव के लिए कोरोना गाइड लाइन का अनिवार्य रूप से पालन करने और पर्यावरण के अनुकूल दीपावली मनाने की अपील भी की है।
गोवर्धन पूजा और गौठान दिवस की दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को 15 नवम्बर को गोवर्धन पूजा और गौठान दिवस के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं और प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि गोवर्धन पूजा लोकजीवन से जुड़ा त्यौहार है। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है, इसे अन्नकूट के रूप में में जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में इस दिन गायों की पूजा करने की परम्परा रही है। गायों को सजा-धजा कर उनकी पूजा कर खिचड़ी खिलाई जाती है और गोधन के रूप में अमूल्य चीजों के लिए श्रद्धा और आभार प्रकट किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार ने गोधन को सहेजने और उसका लाभ लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है। सुराजी गांव योजना के तहत प्रदेश में गौठान बनाये जा रहे हैं, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के साथ ही फसलों की रक्षा हो सके। पशुपालन को अर्थव्यवस्था से जोडऩे, लोगों को रोजगार दिलाने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के प्रयास किये जा रहे हैं। गौ पालकों से गोबर खरीद कर वर्मी कम्पोस्ट और दूसरे उपयोगी सामान बनाने की पहल की गई है। इसका फायदा छत्तीसगढ़ के निवासियों को मिलने लगा है। श्री बघेल ने कहा कि गोवर्धन पूजा में खिचड़ी खिलाने की तरह ही हम सभी को साल के 365 दिन गायों के लिये छाया, चारा और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने पंडित नेहरू के जन्मदिन बाल दिवस की दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों विशेषकर बच्चों को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन 14 नवम्बर बाल दिवस की बधाई दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा है कि पंडित नेहरू को बच्चे बहुत प्रिय थे, वे बच्चों को देश का भावी निर्माता मानते थे। बच्चे भी उन्हें चाचा नेहरू कहते थे। इसी स्नेह और प्रेम के कारण पंडित नेहरू का जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्री बघेल ने कहा कि बाल दिवस अगली पीढ़ी और राष्ट्र के भविष्य निर्माण के लिए सार्थक पहल का दिन है। यह बच्चों के पोषण, शिक्षा, विकास और चरित्र निर्माण के लिए सोच-विचार करने और आवश्यक कदम उठाने का दिन है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत पीढ़ी का निर्माण वर्तमान के हाथ होता है। जरूरी है कि हम बच्चों के शारीरिक, मानसिक, शैक्षिक विकास के साथ नैतिक विकास के बारे में भी सोचें, अपनी संस्कृति और सभ्यता से उनका परिचय कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंडित नेहरू के पदचिन्हों पर चलते हुए कई निर्णय लिये हैं। बच्चों में कुपोषण एक बड़ी समस्या है। इसे दूर करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना शुरू की शुरूआत की गई है। आंगनबाडिय़ों में बच्चों की प्रारंभिक औपचारिक शिक्षा की व्यवस्था भी शुरू की गई है। श्री बघेल ने कहा है कि हम बच्चों को जैसा गढ़ेंगे, भविष्य भी वैसा ही होगा।