बरसात में अक्सर हमने मोर-मोरनी को पंख फैलाकर झूमते देखा है. उसकी खूबसूरती से खुद को मोहित होते देखा है. कभी कभी तो उसकी इसी अदा पर हमारे भी पैर थिरकने लगते है. दोनों के इस मिलन को लेकर आज भी क्यास लगते की आखिर मोरनी कैसे गर्भवती होती है. क्योंकि हर पशुओं- पक्षी की तरह मोरनी के प्रजनन को लेकर कम ही जानकारी मिलती है. गुगल या अन्य सर्ज इंजनों पर इस विषय पर खोजा जाता है तो एक ही चीज सामने आती है कि मोरनी मोर के आंसू के जरिए प्रजनन यानी गर्भवती होती है. पर यह सुनने में जितना अजीब लगता है उतना ही अनोखा भी क्योंकि विज्ञान ऐसी किसी भी थ्योरी को नहीं मानता जिसमें मिलने के लिए एक दूसरे के करीब न आना हो. क्योंकि ये सृष्टि का नियम है कि तीसरे के जन्म के लिए दो की आवश्यकता होती ही है.
क्या ये मुमकिन है कि आंसू पीकर मोरनी होती है गर्भवती ?
आपको बता दें कि मोर और मोरनी भी वैसे ही बच्चे पैदा करते हैं जैसे बाकी पशु-पक्षी करते हैं. हमने मोर को पंख फैलाकर नाचते हुए देखा होगा. दरअसल, वो मोरनी को मोहित करता हैं. मोरनी मोर के रंग-बिरंगे पंखों से भी काफी आकर्षित होती है और जब उसे मोरनी की सहमति मिल जाती है तब वह दोनों आपस में संबंध बनाते हैं. इसके बाद जैसे इंसान और पशु गर्भवती होते हैं वैसे ही मोरनी भी गर्भवती होती है. बताया गया है कि मोर के आंसू पीकर मोरनी के गर्भवती होने की बात बेबुनियाद है. मोर मोरनी के प्रजनन का तरीका भी बाकी पक्षियों की तरह ही होता है.मोर सहित सभी पक्षी संबंध बनाते हैं तो नर पक्षी मादा की पीठ पर सवार होता है.इसी दौरान नर अपना स्पर्म मादा के शरीर में ट्रांसफर कर देता है. हर बार पक्षियों के संभोग में 15 सेकेंड तक का वक्त लगता है.मेल और फीमेल अपने क्लोका को एक साथ कुछ समय तक दबाए रहते हैं. तो आखिर में जिस धारणा से लोग अब तक वाकिफ थे उससे हमने आपको रू-ब- रू करवाया कि किस तरह से वह अगर इस कल्पना में गोते लगा रहे है. तो जान लें ककी वह केवल मिथ है.