कैंसर दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है और 2020 में पूरी दुनिया में लगभग 10 मिलियन (1 करोड़) लोगों की मौत कैंसर से हुई थी. कैंसर किसी भी लिंग और उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है. बच्चों में कैंसर की जागरूकता माता-पिता को याद दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. बच्चों में भी कैंसर विकसित होना भी संभव है, इसलिए उन लक्षणों से अवगत होना महत्वपूर्ण है. बार-बार संक्रमण, गंभीर वायरल संक्रमण, वजन कम होना या भूख कम लगना, सिरदर्द या बिना कारण अस्पष्टीकृत बुखार जो ठीक नहीं हो रहा बच्चे में कैंसर के लक्षण हैं. इन स्थितियों को आप अन्य बीमारियों से कंफ्यूज हो सकते हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट जोर देते हैं कि यदि ये लक्षण बने रहते हैं, तो जल्द से जल्द बाल रोग विशेषज्ञ से चिकित्सा सलाह लें. एक्सपर्ट बताते हैं कि बच्चों के अधिकांश कैंसर इलाज से ठीक हो सकते हैं यदि उनका जल्दी निदान और उचित उपचार किया जाए तो. हालांकि बच्चों के कैंसर का पता लगाना अक्सर चुनौती होती है क्योंकि ये लक्षण किसी अन्य सामान्य बीमारी से मिलते जुलते होते हैं. माता-पिता के लिए कुछ सामान्य संकेतों और लक्षणों से अवगत होना महत्वपूर्ण है जो उनके बच्चे को कैंसर होने का संकेत दे सकते हैं. इनमें लगातार थकान, सिरदर्द, जोड़ों या अंगों में दर्द या सूजन, बुखार या रात को पसीना, गर्दन या बगल में लिम्फ नोड्स में सूजन और ब्लीडिंग शामिल हो सकते हैं. यदि इनमें से कोई भी लक्षण बना रहता है तो जितनी जल्दी हो सके बाल रोग विशेषज्ञ से चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है.
बच्चों के कैंसर के उचित इलाज में बाधा डालने वाले कुछ मिथक और गलत धारणाएं
बच्चों के कैंसर का इलाज नहीं है! यदि जल्दी पता और उचित उपचार किया जाए तो इसे अच्छी तरह ट्रीट कर सकते हैं. अधिकांश मामलों में इलाज की दर 85-90त्न से ज्यादा है.
बच्चों के कैंसर जेनेटिक होते हैं! बच्चों में 95त्न कैंसर जेनेटिक नहीं होते हैं. इसके लिए परिवार को दोषी ठहराने की कोई जरूरत नहीं है.
बच्चों के कैंसर संक्रामक होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं! कोई कैंसर संक्रामक नहीं है.
इलाज दर्दनाक होता है! इलाज में कीमोथेरेपी नामक दवा शामिल होती है जिसे कीमोपोर्ट नामक एक विशेष उपकरण के माध्यम से दिया जाता है. इसलिए यह दर्दनाक नहीं है और किसी भी अन्य इंजेक्शन की तरह आसानी से दिया जा सकता है.
बच्चे इलाज बर्दाश्त नहीं करते! बच्चे वास्तव में इलाज को बेहतर तरीके से सहन करते हैं. डायबिटीज, दिल की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई बीमारी बच्चों में नहीं होती है. इसलिए, वे अक्सर समय पर और प्रभावी ढंग से उपचार पूरा करते हैं.