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तबाही की कगार पर खड़ी है दुनिया …

अंटार्कटिक सागर में बर्फ के न्यूनतम स्तर ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. साथ ही पिछले साल के न्यूनतम स्तर को इस साल पहले ही हासिल कर लिया गया है. यह जानकारी ‘नेशनल स्नो ऐंड आइस डाटा सेंटर’ (एनएसआईडीसी) ने दी है. बयान में कहा गया कि 13 फरवरी 2023 को अंटार्कटिक सागर में बर्फ का स्तर गिरकर महज 19.1 लाख वर्ग किलोमीटर रह गया.

इसके साथ ही इसने न्यूनतम बर्फ होने के पिछले साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. पिछले साल 25 फरवरी को सबसे कम 19.2 लाख वर्ग किलोमीटर बर्फ दर्ज की गई थी. बयान में कहा गया है कि यह सिर्फ दूसरा साल है जब अंटार्कटिक सागर में बर्फ का स्तर 20 लाख वर्ग किलोमीटर से कम हुआ है. एनएसआईडीसी के मुताबिक पिछले साल बर्फ का न्यूनतम स्तर 18 फरवरी से तीन मार्च के बीच दर्ज किया गया था और इस तरह इसमें और कमी आने की आशंका है. बयान में कहा गया कि बर्फ पिघलने का मौसम खत्म होने में कुछ और हफ्ते बचे हैं और सालाना न्यूनतम स्तर और नीचे जाने की आशंका है. टार्कटिक तट के ज्यादातर हिस्से पर बर्फ नहीं है.

NSIDC यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर कोऑपरेटिव इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन एनवायरनमेंटल साइंसेज (CIRES) का हिस्सा है. यह सहकारी समझौते के जरिए नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर्स फॉर एनवायरनमेंटल इन्फॉर्मेशन से जुड़ी है. NSDIC के मुताबिक दिसंबर के मध्य से समुद्री बर्फ का स्तर पिछले साल के पिघले मौसम के स्तर से काफी कम है. एक पॉजिटिव दक्षिणी एनुलर मोड के कारण औसत से ज्यादा तेज हवाएं आई हैं. मौसमी परिस्थितियों के कारण इस इलाके में दोनों ओर से गर्म हवाओं ने दस्तक दी. इसके कारण एमंडसन और बेल्लिंगशॉसेन समुद्रों से बड़ी मात्रा में बर्फ गायब हो गई. जबकि उत्तर पश्चिमी वेडेल सागर में समुद्री बर्फ की मात्रा सीमित हो गई है.

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