कोरोना वायरस संक्रमण के बाद अब देश में एच3एन2 वायरस का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। बच्चों के साथ-साथ बुजुर्ग भी इस वायरस के कारण बहुत ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। बीते कुछ सप्ताह में देश के अलग-अलग राज्यों में एच3एन2 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एहतियात के कदम भी उठाए जा रहे हैं। कुछ राज्य सरकार ने इस संबंध में सख्ती बरतते हुए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही स्वास्थ्य विभागों को अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के आदेश दिए हैं। पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री नमस्सिवम ने एच3एन2 वायरस और फ्लू के मामलों में तेजी आने पर स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है। पुडुचेरी के स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे। शिक्षा मंक्षी नमस्सिवन ने कहा है कि फिलहाल यह फैसला कक्षा 1 से 8वीं क्लास तक के छात्रों के लिए लिया गया है। हालांकि 9वीं से 12वीं तक की सभी कक्षाएं यथावत जारी रहेगी।
पुडुचेरी में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के 79 केस
गौरतलब है कि पुडुचेरी में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के 79 संक्रमित केस दर्ज किए गए और इसके बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला सक्रिय हो गया है। पुडुचेरी में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने मामलों की बढ़ती संख्या पर नजर रखने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी अलर्ट जारी किया है।
महाराष्ट्र में भी अलर्ट जारी
इस बीच महाराष्ट्र में भी स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि राज्य में अभी तक एच3एन2 वायरस के 352 मरीज सामने आए हैं। सभी मरीजों का इलाज जारी है और सभी जिलों में अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। एच3एन2 घातक नहीं है, चिकित्सा उपचार से ठीक हो सकता है, ऐसे में किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
एच3एन2 इन्फ्लूएंजा में दिखते हैं ये लक्षण
एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के आमतौर पर खांसी, गले में संक्रमण, शरीर में दर्द और नाक से पानी आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ मरीजों तेज बुखार के साथ थकान भी महसूस होती है। बच्चे और बुजुर्ग में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा संक्रमण के लक्षण ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है।