अगर आप भी हाईवे से अक्सर सफर करते हैं तो आज से अधिक टोल फीस देने के लिए तैयार हो जाइए। आज से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देशभर में टोल फीस में 7 प्रतिशत की वृद्धि करने वाली है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। टोल फीस की वृद्धि के लिए हाईवे फीस नियम 2008 (दर निर्धारण व संग्रहण) भी है। 2022 में एनएचएआई ने सभी वाहनों के लिए हाईवे व एक्सप्रेसवे में टोल फीस को 15% तक बढ़ाया था। वर्तमान में एक्सप्रेसवे पर औसत टोल कलेक्शन 2।19 रुपये प्रति किलोमीटर है। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के टोल फीस में 18% तक की वृद्धि की जायेगी। वहीं कुडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे की टोल की कीमत में 5 से 7 प्रतिशत तक की वृद्धि की जायेगी, टोल की कीमत 35 से 105 रुपये तक होगी। यह टोल फीस भारी वाहनों के लिए अलग हो सकती है। दिल्ली-मेरठ हाईवे पर कारों के लिए टोल फीस में 5 रुपये की वृद्धि की गयी है। वहीं असम के सात टोल गेट पर 10% तक टोल के कीमत में वृद्धि की गयी है। वहीं बैंगलोर-मैसूर एक्सप्रेसवे को खोलने के एक महीने बाद टोल की कीमत में वृद्धि की जा रही है।
सिर्फ एक महीने पहले ही इसका उदघाटन देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। तब कार के लिए एक तरफ के सफर का टोल 135 रुपये था जिसे बढ़ाकर 165 रुपये किया गया था, वहीं रिटर्न जर्नी का किराया बढ़कर 205-250 रुपये तक हो सकता है।
नई टोल टैक्स प्रणाली – वर्तमान में फास्टैग प्रणाली के माध्यम से टोल टैक्स की वसूली की जाती है लेकिन इसकी जगह पर एक न्य सिस्टम जल्द ही लाया जा सकता है। केंद्र सरकार GPS आधारित टोल टैक्स कलेक्शन सिस्टम शुरू करने की योजना बना रही है।