रायपुर। दंतेवाड़ा में नक्सली हमले के बाद राजधानी नया रायपुर के पीएचक्यू में उच्चस्तरीय आपात बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में डीजीपी अशोक जुनेजा, आईजी नक्सली आपरेशन ओपी पाल, नक्सल एडीजी विवेकानंद सिन्हा मौजूद हैं, इनके साथ ही पुलिस के आला आलाधिकारी भी बैठक में मौजूद है। इस घटना पर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि नक्सलियों के छुपे होने की जानकारी आई थी जिसके बाद डीआरजी के जवान वहां पहुंचे थे। वह ऑपरेशन कर लौट रहे थे कि तभी विस्फोट की चपेट में उनका वाहन आया। घटना में 10 जवान और एक चालक शहीद हुए हैं। हमने और बल को भेज दिया है। पिछले 4 वर्षों में नक्सलियों का 60 प्रतिशत मूवमेंट कम हुआ है। हमले के संदर्भ में बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने कहा कि हमने एक सूचना पर अभियान चलाया था। अभियान पूरा करने के बाद टीम जब वापस लौट रही थी कि तभी वाहन आईईडी की चपेट में आ गया। वाहन में 10 डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) जवान थे और एक वाहन चालक था।
शहीद जवानों के नाम इस प्रकार हैं—
1.प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी
2.प्रधान आरक्षक मुन्ना राम कडती
3.प्रधान आरक्षक संतोष तामों
4.नव आरक्षक दुलगो मंडावी
5.नव आरक्षक लखमू मरकाम
6.नव आरक्षक जोगा कवासी
7.नव आरक्षक हरिराम मंडावी
8.गोपनीय सैनिक राजूराम करटम
9.गोपनीय सैनिक जयराम पोडियम
10.गोपनीय सैनिक जगदीश कवासी
11.निजी वाहन चालक धनीराम यादव