कानपुर के गोविंद नगर का रहने वाला विशाल ऑल-इन-वन नाम से एक रेस्टोरेंट चलाता था. उसके रेस्टोरेंट में क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की भी कभी-कभी फूड आइटम लेने आती थी. इस दौरान उसकी लड़की से बातचीत होती रही और दोनों एक दूसरे के फ्रेंड हो गए. विशाल और लड़की में इस तरह की फ्रेंडशिप बढ़ी कि विशाल उस लड़की के घर भी जाने लगा.
पुलिस के अनुसार, ‘लड़की के पास कोई मोबाइल नहीं था. वह पिता का मोबाइल ही यूज करती थी. एक दिन वह लड़की से मिलने उसके घर गया तो उसने अपना मोबाइल खराब होने की बात कहकर लड़की से उसका मोबाइल मांगा. विशाल जानता था कि लड़की अपने पिता का ही मोबाइल इस्तेमाल करती है.
लड़की ने तुरंत घर के अंदर से अपने पिता का मोबाइल उसको दे दिया. इस दौरान उस लड़की से कहा कि मुझे एक कप चाय बना कर पिलाओ. लड़की चाय बनाने चली गई. इस दौरान उसने धीरे से गर्लफ्रेंड के पिता के मोबाइल का सिम निकाल कर अपने मोबाइल में डाल लिया और एक ब्लॉक सिम को गर्लफ्रेंड की पिता के मोबाइल में डाल दिया.
लड़की जब चाय लेकर आई तो उसने कहा कि तुम्हारे पिता का मोबाइल काम नहीं कर रहा है, लगता नेटवर्क की प्रॉब्लम है, इसके बाद विशाल लड़की के पास से चला गया. इधर गर्लफ्रेंड की पिता का मोबाइल जब नहीं चला उन्हें लगा शायद कोई प्रॉब्लम आ गई है. दूसरे दिन वह मोबाइल लेकर नेटवर्क कंपनी के आउटलेट में गए.
वहां पता चला कि उनके मोबाइल में दूसरा सिम पड़ा हुआ है. लड़की के पिता ने अपने पहले वाले नंबर का ही दूसरा सिम लिया तो उस पर तुरंत मैसेज आ गया. उनके अकाउंट से लाखों की रकम निकाल ली गई है. इसके साथ-साथ इंटरनेट बैंकिंग से खरीदारी भी की गई है. वह तुरंत बैंक पहुंचे और स्टेटमेंट से पता चल गया कि किसने खरीदारी की.
पिता समझ गए कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है. वह तुरंत गोविंद नगर थाने में इसकी एफआईआर कराने पहुंचे. गोविंद नगर पुलिस ने डीसीपी क्राइम सलमान ताज की साइबर स्पेशल टीम को इसकी सूचना दे दी. इस टीम ने जब जांच शुरू की तो पता चला लड़की के पिता के सिम को किसी दूसरे मोबाइल में यूज किया गया था.
पुलिस ने जब उस मोबाइल नंबर का पता लगाया तो विशाल का नाम सामने आ गया. पुलिस ने तुरंत विशाल को अपने कस्टडी में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया. डीसीपी सलमान ताज का कहना है कि विशाल ने गर्लफ्रेंड के पिता के मोबाइल नंबर से 168000 की ठगी की और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.