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छत्तीसगढ़ में शराब पर बवाल : कथित शराब घोटाले से बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी…


भाजपा ने लगाए संगीन आरोप तो कांग्रेस ने कहा- ईडी की प्रवक्ता बनी भाजपा, आप ने भी कांग्रेस-भाजपा पर साधा निशाना

  • चंद्रभूषण वर्मा
    ईडी के जरिये छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ के शराब घोटाले के मामले को उजागर करने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. प्रदेश में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने सत्तासीन कांग्रेस को एक बार फिर से घेरना शुरु कर दिया, तो वहीं कांग्रेस भी बीजेपी के आरोपों का हर तरह से जवाब दे रही है. छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष अरुण साव ने शराब घोटाले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर कई संगीन आरोप लगाए।
    अरुण साव ने कहा- ईडी की बड़ी कारवाई के बाद जारी प्रेस रिलीज से भारतीय जनता पार्टी का यह आरोप फिर साबित हुआ है कि छत्तीसगढ़ की जनता को बुरी तरह लूट-खसोट कर भूपेश बघेल सरकार 10 जनपथ का खजाना भर रही है। छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला तो देश भर में इस तरह का सबसे बड़ा घोटाला है। यह केजरीवाल के दिल्ली शराब घोटाले से भी बड़ा और उससे भी अधिक संगीन है। अरुण साव ने कहा अभी तक शराब घोटाले के अलावा, कोयला घोटाला, चावल घोटाला, सीमेंट घोटाला, रेत घोटाला, तबादला घोटाला समेत प्रदेश के हर तरह के संसाधनों की लूट मचा कर कांग्रेस की यह बेईमान सरकार फिरंगियों और मुगलों से भी अधिक बेदर्द तरीके से छत्तीसगढ़ को लूटा है। इसने घोटालों की श्रृंखला में मनमोहन सरकार को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि शराब की कीमत 50 से 80 फीसदी बढ़ाने, बड़ी संख्या में कच्ची और अन्य अवैध शराब से मौत होने के बावजूद शासन शराब राजस्व में कमी दिखाता रहा और अपनी पीठ भी थपथपाता रही थी। जबकि सच्चाई यह थी कि शराब का अधिकांश पैसा सीधे पॉलिटिकल सरगना हड़प जाता था। यही कारण है कि ईडी की कारवाई होते ही अचानक शराब राजस्व में 22 प्रतिशत की वृद्धि हो गई।
    बीजेपी-ईडी के बीच बना है राजनीतिक सिंडिकेट : कांग्रेस
    वहीं इस मामले पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव आज एक बार फिर से ईडी के प्रवक्ता के रूप में सामने आये। वे ईडी के तथा कथित आरोपों की सच्चाई के लिये कसमें खा रहे थे। इसके पहले भी जब ईडी की कार्यवाही हुई थी तब भी ईडी ने अपना अधिकृत प्रेसनोट जारी नहीं किया। उसके पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रेस नोट जारी करके ईडी की कार्यवाही का ब्योरा सामने रखा। उसके तीन दिन बाद ईडी ने रमन सिंह के प्रेस नोट की हूबहू नकल कर प्रेसनोट जारी किया था। इन दोनो प्रकरणों से साबित हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में ईडी भाजपा के राजनैतिक एजेंडे के अनुसार काम कर रही है। भाजपा और ईडी के बीच में आर्गनाइज्ड पालिटिकल सिंडीकेट बना हुआ है। ईडी ने कुछ एक व्यापारियों, अधिकारियों से पूछताछ करके तथा कथित रूप से यह घोषणा कर दिया कि छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ का शराब घोटाला कर दिया। अरूण साव ने दावा किया है कि ईडी ने शराब दुकानों में सीधे शराब बिकवाने का खुलासा किया है। ईडी का दावा है शराब के बोटलो में नकली होलोग्राम लगाये गये अवैध शराब बेची गयी।
    कांग्रेस ने भाजपा से पूछा 3 सवाल- उसने कितनी अवैध शराब कहां पर जप्त की। कितनी शराब दुकानों पर अवैध शराबे की बिक्री होते ईडी ने जप्ती बनाई थी। ईडी ने कितने नकली होलोग्राम जप्त किया।
    जब अवैध शराब की जप्ती नहीं किये अवैध शराब बेचते नहीं पकड़े, नकली होलोग्राम तक जप्त नहीं कर पाये फिर किस आधार पर घोटाले की बात कर रहे है। यह सीधे-सीधे काल्पनिक कहानी गढ़ के सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र रचा गया है।
    महिला मोर्चा ने पूरे छत्तीसगढ़ में किया मुख्यमंत्री का पुतला दहन
    भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ महिला मोर्चा ने सोमवार को कांग्रेस सरकार में 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले के विरोध में पूरे प्रदेश में संभाग मुख्यालयों में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय दुर्ग संभाग में, रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने रायपुर ग्रामीण में व बस्तर संभाग में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने मुख्यमंत्री के विरुद्ध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। विधानसभा के पास रायपुर ग्रामीण जिला के प्रदर्शन में शामिल रायपुर संभाग प्रभारी विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि जब तक ईडी की छापेमारी नहीं हुई थी तब तक शराब बिक्री की बड़ी रकम इस रैकेट के पास जा रही थी। जब से ईडी भ्रष्टाचार की जांच कर रही है तब से आबकारी राजस्व में आश्चर्यजनक रूप से आय बढ़ गई। साफ है कि जो पैसा गलत हाथों में जा रहा था, वह ईडी के डर से सरकारी खजाने में जाने लगा। लेकिन 4 साल में भूपेश बघेल सरकार में 2 हजार करोड़ का शराब घोटाला किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शराब घोटाले का मामला विधानसभा में पूरे तथ्यों के साथ उठाया था लेकिन सरकार जब इस घोटालेबाजी की संरक्षक हो तो इस पर रोक कैसे लग सकती थी। सरकार ने आबकारी घोटाले की पारदर्शी जांच कराना तो दूर की बात है, घोटाले को दबाने की पूरी कोशिश की लेकिन ईडी ने मिस्टर 40 परसेंट की पोल खोल दी है।
    कोई भी सबूत कोर्ट के सामने नहीं रख पाई ईडी-सीबीआई : सूरज उपाध्याय
    आप के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली सरकार पर कथित शराब घोटाले को लेकर जो आरोप लगाए गए थे, उन सभी आरोपों पर कोर्ट से बीजेपी और सीबीआई-ईडी को बड़ा झटका लगा है। साथ ही, आम आदमी पार्टी के संगठन महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ संदीप पाठक ने छत्तीसगढ़ में हुए 2000 करोड़ के शराब घोटाले को लेकर भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। आप के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने सोमवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि 6 मई को राउज एवेन्यू कोर्ट ने अपने आदेश में लिखा कि ईडी और सीबीआई ने 100 करोड़ के घोटाले का कोई सबूत पेश नहीं किया। वहीं 30 करोड़ के घोटाले का भी कोई सबूत तथ्य ईडी या सीबीआई ने कोर्ट में नहीं रखे। कोर्ट ने 30 करोड़ के आरोप को भी ख़ारिज किया। यह भी आरोप लगाए गए थे कि आप ने गोवा चुनाव में 100 करोड़ रुपए लगाए थे। 30 करोड़ रुपए हवाला के माध्यम से गए थे। उसमे में कोई भी हवाला की पर्ची रिकवर नहीं की गई है, किसी हवाला कारोबारी या ऑपरेटर का स्टेटमेंट नहीं है। कोर्ट ने ये आरोप भी खारिज किया। राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजेश जोशी और गौतम मल्होत्रा को जमानत पर रिहा किया है। डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि जिस तरह भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए थे, थी उसी तरह अब वे माफ़ी मांगे।

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