दिल्ली में जी-20 समिट से पहले सडक़ों के किनारे शिवलिंग जैसे फव्वारे लगाए गए हैं। इस पर लेफ्टिनेंट गवर्नर (उपराज्यपाल) वीके सक्सेना ने सफाई दी है। एलजी ने शनिवार, 2 सितंबर को कहा कि ये फव्वारे सिर्फ सजावट की चीज हैं। शिवलिंग नहीं हैं। अगर आपको उसमें भगवान दिखते हैं तो अच्छी बात है। देश के कण-कण में भगवान हैं।
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी एलजी सक्सेना पर हिंदुओं की भावनाएं आहत करने का आरोप लगा रही है। आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम शिवलिंग पर पवित्र जल चढ़ाते हैं। घर और मंदिरों में उनकी पूजा होती है, न कि सडक़ पर। सार्वजनिक जगह पर फव्वारे के रूप में शिवलिंग स्थापित कर पाप किया गया है। एलजी को देश से माफी मांगनी चाहिए। आप ने पहली सितंबर को एलजी सक्सेना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि शिवलिंग के ऊपर सीवेज का पानी बह रहा है, जिससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस लग रही है। वीके सक्सेना ने आप के आरोपों का बचकाना बताया।
विश्व हिंदू परिषद ने भी जताई आपत्ति – दिल्ली में होने जा रहे शिखर सम्मेलन की सजावट में शिवलिंग की कलाकृति वाले फाउंटेन का को लेकर सियासी गलियारे में गहमागहमी है। आप के विधायकों ने इसे लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर से मिलकर एलजी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में अब विश्व हिंदू परिषद के की एंट्री हो गई है। अब अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डा सुरेंद्र जैन ने जी-20 समिट से पहले दिल्ली में लगे शिवलिंग जैसी आकृति वाले फव्वारे पर कड़ी अपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि, मैं जी-20 में शिवलिंग आकृति के सजावट का विरोध करता हूं। ये दुर्भाग्य की स्थिति है। कौन जिम्मेदार है ये बाद में तय हो अभी मेहमान आने लगे हैं तो सबसे पहले पवित्र शिवलिंग को हटाना जरूरी है और उसे तुरंत हटाना चाहिए।