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प्याज ने बढ़ाई टेंशन, ग्राहक-व्यापारी सब परेशान

देश में नवरात्रि का पर्व खत्म होने के बाद प्याज की कीमतों ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले कुछ दिनों में प्याज की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। एक हफ्ते पहले जहां प्याज की कीमतें 20-40 रुपये प्रति किग्रा के बीच थीं। जो अब बुलैट ट्रेन की रफ्तार से बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली में प्याज की कीमतें शतक के करीब पहुंच चुकी हैं। दिल्ली की सब्जी मंडी गाजीपुर में प्याज की कीमतें शनिवार को 70 किग्रा पहुंच गई। इसका असर फुटकर विक्रेताओं पर पड़ रहा है।

एक फुटकर विक्रेता ने बताया कि इस समय मंडी में माल कम आ रहा है। आज पांच किलो प्याज के भाव 350 तक पहुंच गए हैं। जो कल 300 रुपये था। इससे एक दिन पहले 200 रुपये और उससे पहले 180, 160 रुपये प्रति पांच किलो थीं। उसने बताया कि पीछे से माल कम आने के कारण पिछले एक हफ्ते से लगातार प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं।

एक अन्य विक्रेता ने बताया कि नवरात्रि से पहले प्याज की कीमतें 30-40 रुपये प्रति किलो के बीच में थीं। लेकिन नवरात्रि खत्म होने के बाद एक दम 50, 70 रुपये किलो तक पहुंच गई है। हम फुटकर में 80 रुपये किलो बेच रहे हैं। उसने बताया कि अगर ऐसा रहेगा तो प्याज 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाएगा। 100 रुपये प्रति किग्रा से कम नहीं मिलेगा। सबसे ज्यादा प्याज पर रेट बढ़ा है। प्याज ही नहीं टमाटर के दाम एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। टमाट पहले मिलता था 20, 30 रुपये तक मिलता था। लेकिन अब टमाटर 40,50 रुपये प्रति किग्रा मिल रहा है। ऐसा रहा तो टमाटर भी महंगा हो जाएगा।

दिल्ली के अलावा इन राज्यों में भी प्याज ने निकाले आंसू – दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में प्याज की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। पंजाब के जालंधर में प्याज की कीतमें 80 रुपये प्रति किग्रा के पार पहुंच गई हैं। मार्केट में सब्जी खरीदने आए एक ग्राहक ने बताया कि एक उपभोक्ता अशोक कुमार ने कहा, “पहले हम अपने घरों में उपयोग के लिए प्याज की पूरी बोरियां खरीदते थे, आज प्याज इतनी महंगी हो गई है कि मैं प्लास्टिक की थैली में 5 किलो प्याज खरीद रहा हूं। मैं प्याज खरीदने के लिए गोरखपुर मंडी आया हूं।” यहां प्याज 55 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. बाहर खुदरा दुकानों में प्याज 70 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।’ मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि उसने 5.07 लाख मीट्रिक टन से अधिक प्याज खरीदा है और आने वाले दिनों में 3 लाख मीट्रिक टन और खरीदने के लिए तैयार है, जिससे कीमत को नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी।

सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों पर लगाम लगाने के लिए शनिवार को इस प्रमुख सब्जी के निर्यात पर 31 दिसंबर तक 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय कर दिया। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘विदेश भेजे जाने वाले प्याज का एमईपी 31 दिसंबर, 2023 तक 800 डॉलर प्रति टन किया जाता है।” सरकार ने यह कदम प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए उठाया है।

कम आपूर्ति के कारण राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़कर 65-80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में लगभग 400 सफल खुदरा स्टोर वाली मदर डेयरी 67 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खुला प्याज बेच रही है। वहीं ई-कॉमर्स पोर्टल बिगबास्केट पर यह 67 रुपये प्रति किलो और ओटिपी पर 70 रुपये प्रति किलो की दर पर है। स्थानीय विक्रेता 80 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेच रहे हैं।

जुलाई-अगस्त में टमाटर ने बढ़ाई थी सरकार की टेंशन – बता दें कि मानसून के दौरान जुलाई-अगस्त के महीने में टमाचर की कीमतें 250 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई थीं। इसके बाद सरकार की कड़ी आलोचना हुई थी। आनन-फानन में सरकार ने जगह-जगह स्टॉल लगाकर टमाटर बेचना शुरू किया था। इतना ही नहीं टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर मजाक उड़ा था। इंस्टाग्राम पर टमाटर की कीमतों की रील्स की बाढ़ आ गई थी।

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