रायपुर। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने पूर्व कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल पर प्रचार के दौरान बैजनाथपारा में हुए हमले को लेकर बृजमोहन अग्रवाल के आरोपों को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत बताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने इतने गंभीर मामले में भी तुष्टिकरण की राजनीति की एक बार फिर नजीर पेश की है। बृजमोहन अग्रवाल ने स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में महापौर एजाज ढेबर द्वारा सुनियोजित तरीके से हमला कराया गया।
नारायण चंदेल ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल अविभाजित मध्यप्रदेश के जमाने से लगातार छत्तीसगढ़ की जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह हमला पहले चरण के चुनाव का कांग्रेसी एक्जिट पोल है। पहले चरण के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। इससे बौखलाए कांग्रेसियों ने हिंसा का रास्ता अख्तियार किया है। बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर दक्षिण में हराना नामुमकिन है तो उन्हें रास्ते से ही हटाने की कोशिश की गई। बृजमोहन अग्रवाल पर प्राण घातक हमले की साजिश रची गई।
उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के चुनाव के प्रचार के दौरान हमारे नेताओं पर हमलों की आशंका पहले से अधिक बढ़ गई है। पुलिस राज्य सरकार के दबाव में कांग्रेस के एजेंट की तरह काम कर रही है। आने वाले समय में हिंसा की और भी घटनाएं हो सकती हैं। कांग्रेस के हिंसक इरादे, उसकी नीयत सामने आ गई है। जब राजधानी रायपुर की पहचान सात बार के विधायक बृजमोहन पर जानलेवा हमला हो सकता है तो आम कार्यकर्ता कैसे सुरक्षित हो सकते हैं। बृजमोहन अग्रवाल पर किए गए हमले का मकसद भाजपा को समर्थन दे रही आम जनता और भाजपा के कार्यकर्ताओं में दहशत पैदा करना है। ताकि पूरे छत्तीसगढ़ में चुनाव को प्रभावित किया जा सके।