नई दिल्ली। आखिरकार अनलॉक 4 में मेट्रो का लॉकडाउन खत्म हुआ। 169 दिन बंद रहने के बाद 7 सितंबर से मेट्रो का परिचालन शुरू होगा। मेट्रो का परिचालन चरणबद्ध तरीके से यानी सीमित यात्रियों के साथ चलाया जाएगा। उसकी सफलता के बाद आगे धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। जल्द ही केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से विस्तार में एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी की जाएगी।
कोरोना महामारी के चलते पांच महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद मेट्रो परिचालन कई बड़े बदलावों के साथ अपना परिचालन शुरू करेगी। यह कोविड संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उठाया जाएगा। मसलन मेट्रो कोच में यात्रियों की संख्या सीमित होगी। दो यात्रियों के बीच 6 फीट की दूरी रखनी होगी। हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश मिलेगा। यही नहीं अगर कोई संदिग्ध है तो उसे वापस लौटा दिया जाएगा।
यात्रियों को सफर के लिए रखना होगा ये ध्यान
- हमेशा फेस मास्क लगाकर रखना अनिवार्य होगा।
- दूसरे यात्रियों से 6 फीट की दूरी रखनी होगी।
- अगर आप बीमार है तो आपको प्रवेश नहीं मिलेगा।
- मेट्रो के अंदर दो यात्रियों के बीच एक सीट छोड़नी होगी।
- मोबाइल में आरोग्य सेतू ऐप अनिवार्य होगा।
भीड़ बढ़ी तो प्रवेश होगा बंद
मेट्रो में सबसे बड़ी चुनौती स्टेशनों पर भीड़ नहीं बढ़ने देने का है। इसके लिए भी कई बदलाव किया गया है। पहला कुल 671 मेट्रो स्टेशन के प्रवेश निकास में से महज 38 फीसदी यानी 257 प्रवेश व निकास गेट खुलेंगे। अगर मेट्रो को लगा कि स्टेशन पर भीड़ है तो तुरंत प्रवेश को भी रोका जा सकता है। इसके लिए स्पेशल ड्यूटी पर कर्मी भी स्टेशन पर तैनात किए गए है।