रायपुर। सबसे पहले मदर्स डे (मातृ दिवस) ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एनाजॉविस ने सभी माताओं और उनके मातृत्व को सम्मान देने के लिए अमेरीका में 9 मई को सांसद में लॉ पारित किया गया था। जिसे प्रत्येक वर्ष मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे रूप में मनाया जाता है। क्योंकि वह अपनी मां को इतना अधिक स्नेह करती थी कि मां के मृत्यु के उपरांत उन्होंने बिना शादी के मां के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।


पूरी दुनिया में आज यानी 12 मई को मदर्स डे के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर महिला प्रधान आरक्षक डॉली देवांगन, प्रीति देवांगन और सुमन देवांगन ने कहा कि माता से बढ़कर कोई देवता नहीं है। उन्होंने बताया कि उनकी माता का 1938 में अर्जुन्दा में सोमनाथ के यहां जन्म हुआ था और 1971 में मुझे जन्म देकर इस काबिल बनाया कि मां के कर्ज को कभी नहीं चुका सकते। मां ने धूप-छांव, ठंडी-गर्मी हर मौसम और परिस्थितियों में अपने आंचल का सहारा देकर इतना बड़ा किया, जिसका अहसान मैं जिंदगी भर नहीं भूलूंगी।

साथ ही उन्होंने कविता की कुछ लाइन में लिखी है-
मां शब्द में ममता है
मां जैसा कोई नही
याद आती है मेरी मां
तेरी चरणों में वो जन्नत मिले
रब से मांगों वो मन्नत मिले
मां तुझे कोटिश-कोटिश चरण छूकर प्रणाम।।