नई दिल्ली. कई बार कोई मामूली सी चीज शरीर के लिए इतनी खतरनाक हो जाती है कि सालों का दर्द दे देती है. चीन के एक शख्स के साथ ऐसा ही कुछ हुआ. शू नाम का ये शख्स लगभग 2 सालों से भयंकर खांसी से परेशान था. स्थिति इतनी बदतर थी कि उसे कहीं न कहीं यकीन हो गया था कि उसे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी है. उन्होंने कई दवाएं आज़माईं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. लगातार खांसी ने उसके जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था.
सभी कोशिशों से थक जाने के बाद, शू ने झेजियांग अस्पताल में स्पेशलिस्ट से कंसल्ट किया. स्कैन से पता चला कि उनके फेफड़ों में 1 सेंटीमीटर का स्पेस है.डॉक्टरों को शुरू में निमोनिया या ट्यूमर का संदेह हुआ, जिससे कैंसर की संभावना के बारे में चिंता बढ़ गई. उन्होंनेदिग्ध कैंसर की स्टेज को समझने के लिए बायोप्सी करने का फैसला किया.
जांच के दौरान, डॉक्टरों को एक अनोखा ही रिजल्ट मिला. दरअसल, शू के फेफड़े में लाल मिर्च फंसी हुई थी. पता चला कि दो साल पहले, हॉटपॉट खाते समय शू के गले में खाना अटक गया था और एक लाल मिर्च गलती से उसके फेफड़ों में चली गई थी. क्योंकि ये मिर्च टिशूज के अंदर दबी हुई थी इसलिए स्कैन में दिखाई नहीं दे रही थी.
फेफड़े में मिर्च मिलने पर शू और मेडिकल टीम दोनों को स्तब्ध रह गए. वे हैरान थे कि खाने का एक मामूली टुकड़ा कितनी बड़ी मुसीबत बन सकता है.मिर्च शू के फेफड़े में दो साल से थी, जिससे जलन और अन्य लक्षण पैदा हो रहे थे जो गंभीर थे.मिर्च हटाने के बाद, शू को आखिरकार अपनी पुरानी खांसी से राहत मिल ही गई.
इस घटना ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट सहित कई बड़े स्थानीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें बताया गया कि कैसे एक सौम्य स्थिति महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है. शू का अनुभव एक आश्चर्यजनक मोड़ के साथ एक हंसी से समाप्त हुआ. ये साथ ही बताता है कि हमें रोजमर्रा की चीजों में कितना सावधान रहना है. (aajtak.in)