अमलेश्वर (पाटन)। आज पूरा प्रदेश कोरोना के वैश्विक महामारी से जूझ रहा है तथा स्कूल बंद है ऐसे में बच्चों की पढ़ाई को सतत जारी रखने मोहल्ला क्लास की शुरुआत की गई है। इसमें गांव के ही पढ़े लिखे युवक-युवतियां, छात्र-छात्राएं, महिलाएं शिक्षा सारथी के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं तथा बच्चों की पढ़ाई में मदद कर रहे हैं। संकुल स्रोत केंद्र पाहन्दा के अधीनस्थ पाहन्दा (अ) में मोहल्ला पढ़ाई में विद्या दान करने वाले शिक्षा सारथियों का सम्मान किया गया। सम्मान कार्यक्रम सरपंच मोहन लाल साहू, उपसरपंच सुरेंद्र साहू, संकुल प्राचार्य जे.पी.पांडेय, शाला प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष महेंद्र साहू, संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। पाहन्दा (अ) के अलग अलग मोहल्ला पढ़ाई केंद्र में शिक्षा सारथी के रूप में कार्य करने वाले विष्णु साहू, अनुज कुमार, श्रीमती मुस्कान, कु.मंजूषा साहू, चुन्नीलाल साहू, कु.गीता साहू, कु.लीजा चन्द्राकर का प्रशस्ति पत्र, मास्क, पेन, श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर सरपंच मोहन लाल साहू ने शिक्षा सारथियों के द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उपसरपंच सुरेंद्र साहू ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई से जोड़कर रखने में शिक्षा सारथियों का योगदान अमूल्य है । जे.पी.पांडेय ने शिक्षा सारथियों द्वारा किये जा रहे इस पुनीत कार्य के लिए उन्हें बधाई एवम शुभकामनाएं दी। संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा ने कहा कि सबसे बड़ा दान विद्या दान है, आज विषम परिस्थितियों में भी हमारे शिक्षकों एवं शिक्षा सारथियों ने अपना अमूल्य समय देकर बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे का कार्य मोहल्ला पढ़ाई के माध्यम से किया है यह अपने आप में बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि संकुल केंद्र पाहन्दा(अ) के अधीनस्थ प्रत्येक विद्यालय में दर्ज बच्चों को शत प्रतिशत मोहल्ला पढ़ाई के माध्यम से जोडऩा उनका लक्ष्य है और इस दिशा में लगातार मोहल्ला पढ़ाई केंद्र का विस्तार करते हुए उन्हें जोडऩे प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा ने एवम आभार प्रदर्शन प्रभारी प्रधानपाठक दानीराम साहू ने किया। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमती गायत्री वर्मा (शिक्षिका), रोहित कुमार ठाकुर (शिक्षक), श्रीमती सुनीता चन्द्राकर (शिक्षिका), श्रीमती सोहद्रा एवम पालकगण उपस्थित थे।