विस्फोट इतना जोरदार था कि गोदाम तहस-नहस हो गया और शरीर के अंग 200-300 मीटर दूर तक बिखर गए. कलेक्टर पटेल ने बताया कि परिसर में रहने वाले कुछ श्रमिकों के परिवार स्लैब के मलबे में दबकर मर गए.
गुजरात के बनासकांठा जिले में डीसा के पास एक अवैध पटाखा गोदाम में मंगलवार सुबह हुए भीषण विस्फोट में मारे गए 21 लोगों के शव बुधवार सुबह मध्य प्रदेश के उनके गांवों के लिए रवाना कर दिए गए. मृतकों में पांच बच्चे शामिल हैं, जो मध्य प्रदेश के देवास और हरदा जिलों के संदलपुर और हंडिया गांवों के रहने वाले थे…
विस्फोट दीपक ट्रेडर्स के गोदाम में हुआ, जिसके पास पटाखे रखने का वैध लाइसेंस नहीं था. अहमदाबाद के ढोलका में प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने वाले चंद्रसिंह नायक ने इस त्रासदी में अपनी बेटी, दामाद, नाती राधा (3), अभिषेक (10) और दामाद के परिवार के दो अन्य सदस्यों को खो दिया. नायक ने बताया, “मेरी ” बेटी और दामाद ने हाल ही में यहां काम शुरू किया था, जबकि मेरी सास पहले से काम कर रही थीं. मृतकों में दस संदलपुर और ग्यारह हंडिया के थे .जीवित बचे राजेश नायक ने कहा कि विस्फोट सुबह करीब 8:45 बजे हुआ, जब मजदूर काम पर पहुंचे ही थे. उन्होंने अपनी चाची, छोटे भाई और तीन बच्चों को खो दिया.