आज के रिश्तों में सबसे बड़ा सवाल यही है, आखिर शादियां अब लंबे समय तक क्यों नहीं टिक रहीं? बहुत से लोग जो कभी प्यार से भरे रिश्ते में थे, अब या तो अलग रह रहे हैं या तलाक ले चुके हैं। ये कोई अनोखी बात नहीं रह गई है, आजकल ये आम हो गया है। तलाक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, और हर बार जब हम कोई ऐसा किस्सा सुनते हैं, तो दिल में एक सवाल जरूर उठता है, ऐसा क्यों हो रहा है? इसका एक बड़ा कारण है, हमारी उम्मीदें।आज के समय में हम अपने पार्टनर से सब कुछ चाहते हैं, समझदारी, सहारा, रोमांस, दोस्ती, भावनात्मक साथ और वो भी बिना किसी झगड़े के। लेकिन क्या ये मुमकिन है? हम सब जानते हैं कि कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता, फिर भी हम एक परफेक्ट पार्टनर की तलाश में रहते हैं, जो बिना कहे सब समझ जाए, हर मुश्किल वक्त में साथ खड़ा रहे और हमेशा खुश रखे।
ऐसी उम्मीदें गलत नहीं हैं, लेकिन ये समझना जरूरी है कि किसी भी रिश्ते में तालमेल बैठाने में समय लगता है। दो अलग-अलग परवरिश, सोच और आदतों वाले लोग जब साथ आते हैं, तो कुछ चीजों पर मतभेद होना बहुत ही स्वाभाविक है। इस मोड़ पर रिश्ते को निभाने के लिए सबसे जरूरी होती है, समझदारी और धैर्य। लेकिन अफसोस, अक्सर हम ये खो देते हैं। हम गुस्से में, जल्दीबाज़ी में, या सिर्फ अपने नजरिए से सोचकर ऐसा कुछ कह या कर जाते हैं जिससे रिश्ता धीरे-धीरे टूटने लगता है।
इसीलिए मैरिज काउंसलर और रिलेशनशिप थेरेपिस्ट रूथ असुमेह का कहना है, ‘शादी कोई इंस्टेंट नूडल्स नहीं है। इसे मजबूत बनाने में वक्त लगता है। हर दिन थोड़ा-थोड़ा प्रयास करना पड़ता है। धीरे-धीरे चीज़ें बदलती हैं, और बेहतर होती हैं।’ उन्होंने कुछ जरूरी बातें बताई हैं, जो हर कपल अपने रिश्ते में अपनाकर इसे फिर से प्यार और भरोसे से भर सकते हैं। क्योंकि हर रिश्ता टूटने के लिए नहीं बना होता, कुछ रिश्ते सिर्फ थोड़े से धैर्य और समझ की मांग करते हैं।
- परफेक्शन नहीं, प्रगति को अपनाएं
आपको सब कुछ बिल्कुल सही करने की ज़रूरत नहीं है। जरूरी ये है कि आप दोनों एक-दूसरे के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहें। गलतियां होंगी, लेकिन उन्हें एक-दूसरे की कमियां साबित करने का मौका ना बनाएं बल्कि उनसे सीखने का नजरिया रखें।
- छोटे-छोटे बदलाव मिलकर करें
रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए एकसाथ मिलकर छोटे कदम उठाना बहुत असरदार होता है। कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कुछ छोटे बदलाव जैसे एक साथ बैठकर बात करना, एक-दूसरे को समय देना, ये सब बहुत मायने रखते हैं।
- रिश्ते में भावनात्मक सुरक्षा बनाएं
जब रिश्ता ठंडा पड़ने लगता है, तो लोग परफेक्ट लाइफ नहीं, बल्कि सुरक्षित जगह चाहते हैं, जहां उन्हें सुना जाए, समझा जाए। ऐसी जगह जहां आप खुलकर बोल सकें, बिना डर के, बिना जजमेंट के। यही वो माहौल है जहां प्यार फिर से पनप सकता है।
- अपूर्णता में भी हंसी की जगह बनाएं
कभी-कभी दूरियां किसी बड़े झगड़े की वजह से नहीं, बल्कि बोरिंग दिनचर्या की वजह से भी आ जाती हैं। ऐसे में छोटी-छोटी खुशियों की जगह बनाएं, साथ बैठकर हंसना, मज़ाक करना, एक-दूसरे को हल्का-फुल्का सरप्राइज देना। प्यार के लिए कभी परफेक्ट पल का इंतज़ार मत करें, उसे खुद बनाना पड़ता है।
- जब लड़ाई हो जाए, तो जानबूझकर सुलह करें
गलतफहमियां होंगी, बहसें होंगी, यह तो हर रिश्ते में होता है। लेकिन असली बात ये है कि क्या आप दोनों उसे सुलझाने की कोशिश करते हैं या नहीं। एक माफ़ी, एक छोटा-सा स्पर्श, या मुश्किल वक़्त में भी साथ खड़े रहना, यही वो चीजें हैं जो रिश्ते को टूटने से बचाती हैं।
- बड़े इशारों के बजाय रोज़ की छोटी कोशिशें करें
रिश्ते को बचाने के लिए कोई बड़ा तमाशा या प्लान नहीं चाहिए सिर्फ़ छोटी-छोटी बातें रोज़ करनी होती हैं। जैसे ध्यान से सुनना, प्यार से हाथ पकड़ना, दिनभर में एक बार हालचाल पूछना या बस 5 मिनट के लिए दिल से बात करना। यही छोटी-छोटी चीजें समय के साथ आपके बीच का प्यार और गहरा बनाती हैं।