भारतीय सेना के तीनों अंग थल सेना, नेवी और एयरफोर्स आज से अगले 13 दिनों तक लगातार अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रहे हैं. इस युद्धाभ्यास को ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ नाम दिया गया है. यह भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर से लेकर गुजरात के सर क्रीक आयोजित किया जाएगा.राजस्थान से लेकर गुजरात तक भारत-पाक बॉर्डर पर 13 दिन तक चलने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा. इसमें तीनों सेनाओं के 30 हजार जवान संयुक्त रूप से शामिल हो रहे हैं. इसमें भारत की तीनों शक्तियां एक साथ अपना पराक्रम दिखाएंगी. ऑपरेशन त्रिशूल युद्धाभ्यास में तीनों सेनाएं तालमेल स्थापित कर यूनिफाइड ऑपरेशन, डीप स्ट्राइक और मल्टी-डोमेन वॉरफेयर का अभ्यास करेंगी.

नए स्वदेशी हथियारों और हाइटेक सिस्टमों की टेस्टिंग भी होगी
इस दौरान भारतीय सेना अपने कई नए स्वदेशी हथियारों और हाइटेक सिस्टमों की टेस्टिंग भी करेगी. इनमें टी-90 एस, अर्जुन टैंक, हॉवित्जर तोपें, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और हेवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर शामिल होंगे. यह अभ्यास जैसलमेर से शुरू होकर कच्छ तक होगा. कच्छ का इलाका समुद्र के पास है. इसलिए वायुसेना और नेवी के विशेष विमान इस इलाके में मिलकर काम करेंगी. थल सेना रेगिस्तान में अपना पराक्रम दिखाएगी.














