डाक्टर पति-पत्नी को हटाने की मांग को लेकर गीदम में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को डेढ़ घंटे तक चक्काजमा कर दिया। इसके बाद मौके पर प्रभारी डाक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह के स्थानांतरण आदेश आने के बाद मार्ग बहाल हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को कोरोना संक्रमित मरीज को डाक्टर देवेंद्र प्रताप ने कोविड अस्पताल के बाहर बैठाकर रख दिया था साथ ही उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया था।
डाक्टर देवेंद्र प्रताप गीदम कोविड अस्पताल के प्राभारी है। वहीं उनकी पत्नी डाक्टर शीतल भी डाक्टर है। डाक्टर शीतल के द्वारा मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने को लेकर स्थानीय लोगों ने मंगलवार को गीदम जगदलपुर मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर दिया। लगातार डेढ़ घंटे तक चक्काजाम से वाहनों की लंबी कतार लग गई। अधिकारियों काफी मनाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अड़ रहे।
इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष राणा ने कहा कि डा. देवेंद्र प्रताप सिंह की और भी कई शिकायतें हैं। डाक्टर देवेंद्र प्रताप और उनकी पत्नी डाक्टर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करती हैं और इलाज में भी कोताही बरतती है। उनकी शिकायतें को उच्च अधिकारियों को भी कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
ब्लाक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रवीण सुराणा ने कहा कि तत्काल दोनों पति-पत्नी को हटाया जाए और नए चिकित्सक की नियुक्ति की जाए नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान डेढ़ घंटे तक चक्काजाम से रोड के दोनों तरफ सैकड़ों वाहनों की लम्बी कतारें लग गई थी। इसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा दी लेकिन किसी ने नहीं माना। अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी दंतेवाड़ा डाक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह कोविड-19 अस्पताल से हटाकर जिला चिकित्सालय में करने का आदेश जारी कर दिया। आदेश जारी होते ही लोगों ने चक्काजाम हटा दिया।












