अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा एवं शिशु संरक्षण माह का राज्य स्तरीय शुभारंभ नन्हे बच्चों को विटामिन ए एवं आयरन सिरप पिलाकर किया। गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 8 जुलाई से 21 जुलाई 2020 तक तथा शिशु संरक्षण माह 14 जुलाई से 14 अगस्त 2020 तक सभी 28 जिलों में संचालित होगा। शुभारंभ अवसर पर मंत्री श्री सिंहदेव ने सभी 28 जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हर वर्ष बारिश के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे शिशुओं एवं बुजुर्गों में मृत्यु दर ज्यादा है। डायरिया से मृत्य दर शून्य करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने के साथ ईलाज पहुंचाने की व्यवस्था दुरुस्त रखे। किसी भी स्वस्थ केंद्र में दवाई या असुविधा से डायरिया पर नियंत्रण न होने की घटना नही होनी चाहिये। श्री सिंहदेव ने बताया कि इस वर्ष बच्चों में डायरिया की रोकथाम एवं प्रबंधन की गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य डायरिया के प्रबंधन हेतु जनजागरूकता गतिविधियों केा संचालित करना, डायरिया के केसेस के उपचार एवं प्रबंधन हेतु स्वास्थ्य संस्थाओं सृदृढ़ीकरण करना, सभी स्वास्थ्य संस्थाओं पर ओआरटी (ओरल रिहाईड्रेशन थेरेपी) कॉर्नर की स्थापना करना तथा 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों का घर पर मितानीन के द्वारा ओ.आर.एस. की प्री पोजिशनिंग करना शामिल है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य में बच्चों में डायरिया के रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु कोविड 19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए राज्य सरकार द्वारा सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में 7 हजार 194 ओ.आर.टी. तथा जिंक कॉर्नर की स्थापना की जाएगी। इस अभियान में 5 वर्ष के कम आयु के लगभग 30 लाख बच्चों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समुदाय एवं गांव स्तर पर घरों में ओ.आर.एस. का वितरण एवं ओ.आर.एस. तथा जिंक को बनाने की विधि का प्रदर्शन तथा वी.एच.एन.डी. के दौरान ए.एन.एम. के द्वारा डायरिया के रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु संचार गतिविधियों का आयोजन करें। मितानीनों के द्वारा माताओं एवं देखभाल कर्ताओं का हाथ धुलाई का प्रदर्शन कराएं। उन्होंने 14 जुलाई से प्रारंभ होने वाले शिशु संरक्षण माह के संबंध में बताया कि अभियान के दौरान लगभग 26 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक और लगभग 28 लाख बच्चों को एनीमिया की रोकथाम के लिए आई.एफ.ए. सीरप दिया जाएगा। शिशु संरक्षण माह में 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक तथा 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आई.एफ.ए. सीरप दिया जाएगा। गर्भवती माताओं की ए.एन.सी जांच तथा आई.एफ.ए. टेबलेट का वितरण किया जाएगा। अति गंभीर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर उनका उपचार तथा प्रबंधन हेतु पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती कराया जाएगा। इस अवसर पर अम्बिकापुर में सी.एम.एच.ओ डॉ. पीएस सिसोदिया, जिला टीकरण अधिकारी डॉ. भजगावली, डीपीएम डॉ. पुष्पेन्द्र राम, सीपीएम डॉ. अमिन फिदौसी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे तथा अन्य जिलों के सी.एम.एच.ओ. अपने-अपने जिलों के एनआईसी रूम से जुडे हुए थे।