रायपुर। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष उमाकांत वर्मा एवं प्रदेश महासचिव चंद्रभूषण वर्मा ने छत्तीसगढ़ के उस भाजपा सांसद को चुनौती दी है जो परदे के पीछे से भारत के कुर्मियों को गुमराह किया जा रहा है। इतना ही नहीं उनके द्वारा महासभा के नाम पर फर्जी महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष को संरक्षण दिया जा रहा है। महासभा के द्वय पदाधिकारियों ने कहा कि इनके द्वारा महासभा के नाम का दुरूपयोग कर उत्तर प्रदेश के कैलहट चुनार में 8 अक्टूबर को अखिल भारतीय महिला राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है जो कि असंवैधानिक है। और इस तरह से फर्जी आयोजन कर भारत के कूर्मियों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार ने महासभा समस्त प्रदेश अध्यक्षों को एक पत्र जारी किया है जिसमें उन्होने महासभा के पदाधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि विदित हो कि वाट्सअप संदेशों के माध्यम से अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा चतुर्थ महिला अधिवेशन के संबंध में कथित महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा 8-9 अक्टूबर को मिर्जापुर उत्तर प्रदेश में आयोजन किया जा रहा है जिसमें हमारे अधिकृत पंजीयन क्रमांक 220/84-85 का अनाधिकृत एवं अवैध उपयोग किया जा रहा है। उक्त के संबंध में स्पष्ट किया जाता है अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के अधिकृत महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह पटेल एवं राष्ट्रीय महिला महासचिव प्रभा पटेल है। अत: हमारे राष्ट्रीय संगठन अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के नाम और पंजीयन के दुरुपयोग के लिए आवश्यक विधिक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया जाता है।
अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा का होने वाला महिला अधिवेशन असंवैधानिक-राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजीनियर राज बहादुर सिंह ने बताया कि 8 अक्टूबर को कैलहट चुनार में अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा की महिला अधिवेशन की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसे में अवगत कराना है कि अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के द्वारा ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि कूटरचित अभिलेखों के सहारे कुछ लोगों के द्वारा राज्यपाल को बुलाकर उनके गरिमा को कलंकित करने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में राज्यपाल को भी पत्र सौंपा गया है। यहीं नहीं लोगों को गुमराह करने को लेकर ऐसा प्रयास किया जा रहा है जिसके बहकावे में नहीं आये।