दिल्ली-NCR में ठंड का प्रकोप हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। 10 वर्षों में तीसरी बार जनवरी में इतनी अधिक ठंड पड़ी है। शनिवार को राजधानी (सफदरजंग) का न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। इससे पहले 1 जनवरी 2020 को 2.4 डिग्री और 6 जनवरी 2013 को 1.9 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा था। इस सीजन में पहली बार ठंड को लेकर मौसम विभाग ने रविवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह येलो अर्ल्ट से ज्यादा गंभीर होता है। अधिकतम तापमान भी राजधानी में 16.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को न्यूनतम तापमान महज 3 डिग्री के आसपास रह सकता है। आसमान साफ रहेगा। सुबह के समय घना कोहरा रहेगा। कुछ दिनों तक रात तो कुछ जगहों पर दिन के समय शीतलहर का प्रकोप रहेगा। इसके बाद ही शीतलहर से कुछ राहत की संभावना है।
NCR के शहरों में भी लोग कंपकंपाते रहे। शनिवार को गुड़गांव का न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां जनवरी की सर्दी ने नौ साल का रेकॉर्ड तोड़ा। अगले पांच दिनों तक कोहरा रहने का अनुमान है। फरीदाबाद में इस सीजन का सबसे कम अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां से गुजरने वाली नौ ट्रेनें लेट चल रही हैं। नोएडा में पारा गिरकर 2.2 डिग्री तक पहुंच गया जो सामान्य से 5 डिग्री कम है। इससे पहले 7 जनवरी 2014 को पारा 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने 8वीं तक सभी बोर्ड के स्कूलों को 11 जनवरी तक बंद किए जाने का फैसला किया है। पहले 8 जनवरी तक इन्हें बंद कराया था।
तीसरे दिन भी पहाड़ों से ज्यादा ठंडी दिल्ली- यदि पहाड़ों की बात करें तो शिमला का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री रहा। कुल्लू का न्यूनतम तापमान 3.6, कसौली का 10.5 रहा। डलहौजी का न्यूनतम तापमान 8.3, सोलन 3 डिग्री, नैनीताल का 5.8 और मसूरी का 8.1 डिग्री रहा।
आगे कैसा रहेगा मौसम – मौसम विभाग के अनुसार इस समय हवाएं हल्की हैं। इनमें जमीनी सतह के नजदीक काफी अधिक नमी है। ऐसे में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश में सुबह और रात के समय कई हिस्सों में दो दिनों तक घना कोहरा रह सकता है।
ऑरेंज अलर्ट का क्या है मतलब- ऑरेंज अलर्ट का मतलब यह होता है कि सभी सरकारी विभाग अपनी पूरी तैयारी रखें। मौसम विभाग की वेबसाइट और अलर्ट के लिए पूरी तरह तैयार रहें। ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत कार्य शुरू किए जा सकें। तीन तरह के अलर्ट मौसम विभाग जारी करता है। जिसमें सबसे पहला यलो अलर्ट होता है। इसका मतलब यह है कि स्थिति बिगड़ रही हैं तो अब विभागों को तैयारी के इंतजाम करने चाहिए। दूसरा ऑरेंज अलर्ट होता है। वहीं, तीसरा रेड अलर्ट होता है। इसका मतलब है कि एक्शन लेने का समय आ गया है।