गर्मियों का मौसम आते ही डेंगू का खतरा मंडराने लगता है. डेंगू बुखार डेंगू वायरस से संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया भर में हर साल लगभग 400 मिलियन लोग डेंगू बुखार से संक्रमित होते हैं. डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमण की चार से 6 दिन बाद दिखाई देने शुरू हो जाते हैं जो 10 दिनों तक रहते हैं.कई बार डेंगू व्यक्ति को बुरी तरह से प्रभावित करता है.प्लेटलेट्स काउंट भी गिरने लगता है औऱ कुछ गंभीर स्थिति में व्यक्ति की मौत तक हो जाती है.ऐसे में जरूरी है कि इससे बचाव किया जाए.डेंगू मच्छर किस समय लोगों को सबसे ज्यादा काटते है आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-डेंगू फैलाने वाले मच्छर सबसे ज्यादा दोपहर के समय में काटते हैं. खासतौर से सूर्योदय के 2 घंटे बाद और सूर्यास्त से 1 घंटे पहले. इस समय मच्छर अधिक खतरनाक माना जाता है. दिन के इन तीन घंटों में खुद को इन मच्छरों से अगर आप बचा लेते हैं तो आप डेंगू से बच सकते हैं. हालांकि रात के समय में भी डेंगू के मच्छर एक्टिव रहते हैं और काट सकते हैं. खासकर उन जगहों पर जहां पर अच्छी रोशनी होती है.डेंगू के मच्छरों के काटने का खतरा ऑफिस ,मॉल, ऑडिटोरियम, स्टेडियम के अंदर ज्यादा होता है. क्योंकि यहां पर हर वक्त आर्टिफिशियल लाइट का इस्तेमाल होता है और रोशनी काफी ज्यादा तेज होती है. डेंगू मच्छरों से बचाव करने के लिए आप फुल बाजू के कपड़े और पांव में जूते पहन कर रहें. शरीर को कहीं से भी खुला ना छोड़े.ये मच्छर ज्यादा ऊंची उड़ान नहीं भर सकता है. इस कारण केवल पैरों से लेकर घुटनों तक पर ही काटता है इसलिए आप पैरों को हमेशा ढ़का हुआ रखें.घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं ना जमने दें. कूलर, गमले, टायर में जमे पानी को बहा दें. रात में सोते समय मच्छरदानी लगाना मच्छरों से बचने का सबसे अच्छा तरीका होगा. डेंगू के शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द और पेट दर्द से होती है. शुरू के तीन से चार घंटों तक जोड़ों में भी बहुत दर्द होता है. अचानक से शरीर का तापमान 104 डिग्री हो जाता है और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल से बहुत कम हो जाता है.आंखें लाल हो जाती है और स्किन का रंग गुलाबी हो जाता है. गले के पास की लिंफ नोड सूज जाते हैं.
नोट-इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.