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नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री निवास घेराव

छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों [संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेका] अपने नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर “छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा एवं छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी फेडरेशन” के संयुक्त तत्वावधान में 14 जुलाई 23 को धरना-प्रदर्शन कर रहा है एवं 3 बजे मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकलेगा | श्री रामकुमार सिन्हा प्रांतीय संयोजक छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी फेडरेशन ने बताया कि कांग्रेस ने अपने “जन-घोषणा-पत्र” के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 में अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने, छटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने का वादा किया है| अनियमित मंच से 14.02.2019 को माननीय मुख्यमंत्री ने स्वयं वचन दिए कि इस वर्ष किसानों लिए है आगामी वर्ष कर्मचारियों का होगा| अनियमित संघो के आवेदनों का परिक्षण करने कमेटी बनाई गई जो आज पर्यंत रिपोर्ट नहीं सौंप सकी है| अद्यतन लगभग साढ़े चार वर्ष उपरांत भी प्रदेश के अनियमित कर्मचारी (संविदा, दैनिक वेतन भोगी/कलेक्टर दर/श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट (आउटसोर्सिंग) / मानदेय, जॉबदर, अंशकालीन, ठेका) अनियमित ही है| राजेश गुप्ता एवं मनोज सोना द्वय ने कहा कि समस्यायों के निराकरण हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने अनेक प्रयास किये पर मुलाकात का समय नहीं दिया| सरकार द्वारा अनियमित कर्मचारियों के समस्याओं पर किसी प्रकार कार्यवाही नहीं होने से अनियमित कर्मचारी व्यथित एवं आक्रोशित है| श्री प्रेम प्रकाश गजेन्द्र सह संयोजक छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा ने बताया की प्रदेश के शासकीय 48 प्रशासनिक विभगों, 650 से अधिक शासकीय कार्यालयों (विभागों/निगम/मंडलों/स्वशासी निकाय) में 3 लाख से अधिक अनियमित कर्मचारी (संविदा-50000, दैनिक वेतन भोगी/कलेक्टर दर/श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक-31000, प्लेसमेंट-53000, मानदेय-86000, अशंकालिक-66000, जाबदर-10000, ठेका-30000 ) कार्यरत है| इसी प्रकार रसोइया-87000, आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-52000, आंगनबाड़ी सहायिका-46000, मितानिन/प्रशिक्षक-75000 भी कार्यरत है तथा 40000 अनियमित कर्मचारी पृथक है | (संख्या अनुमानित-जैसा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा बताया गया है) इसमें से 60 से अधिक सहयोगी संगठनों/विभाग के 1 लाख से अधिक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व मोर्चा/फेडरेशन करता है और आज 10 हजार से अधिक कर्मचारी इस धरना-प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री निवास घेराव में सम्मिलित होंगे|

4 सूत्रीय मांग:

  1. समस्त अनियमित, दैनिक वेतनभोगी एवं संविदा कर्मचारी/अधिकारीयों को नियमित किया जावे तथा नियमितीकरण से वंचित को स्थायीकर्मी बनाकर स्थायीकरण किया जावे|
  2. विगत वर्षों से निकाले गए/छटनी किये गए अनियमित कर्मचारियों को बहाल कर छटनी पर रोक लगाई जावे।
  3. अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालीन किया जावे|
  4. शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग/ठेका प्रथा को पुर्णतः समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन किया जावे तथा नियत अवधि में नियमित किया जावे|

मोर्चा एवं फेडरेशन के पदाधिकारियों यथा कमलनारायण साहू, चितरंजन दास, मिलापचंद यादव उमेंद कुमार मार्कंडेय, मनोज सोना, राजेश गुप्ता, अरुण वैष्णव, राजेश गुप्ता, इंदु कश्यप, दोगेन्द्र जंघेल, राजकुमार साहू, युगल साहू , अशोक बघेल, आशीष पाण्डेय, भीमा राम तांदी, रामप्रसाद मंडावी, मनोज कुमार, दमेश्वर साहू , शांति लाल कुमेठी, विनोद बघेल, केदार सिंह राजपूत, रामसकल मिंज, नारायण मरकाम, गिरधर पटेल , आशीष तनेजा, महेंद्र शिवारे, तर्निश जांगडे, हेमंत वर्मा , तापस राय ने सयुक्त रूप से प्रदेश के समस्त अनियमित संगठनों एवं कर्मचारी/अधिकारियों से अपील/आह्वान किया है कि आयोजित धरना-प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री निवास घेराव में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनावें

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