करतार नगर स्थित चौथे पुश्ते पर आयोजित बाबा बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा के तीसरे व अंतिम दिन की शुरुआत सत्यम शिवम सुंदरम भजन के साथ हुई। ‘ईश्वर सत्य है, सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर है’ के उद्घोष से पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया और श्रद्धालु मीठी-मीठी तालियों के साथ झूमते नजर आए।
नफरत के नहीं, हम प्रेम के आदी’
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब तक विश्व में सूरज चांद रहेंगे, तब तक प्रभु श्रीराम का चमत्कार दिखता रहेगा। अनंत, बलवंत, परम संत, अंजना नंदन श्री हनुमान के चरणों में सेवा करने से जीवन में कोई कष्ट नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि नफरत के नहीं हम प्रेम के आदी हैं, गर्व से कहते हैं कि हम हिंदुत्व वादी हैं।
बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालु
उन्होंने भक्तों के सामने अपनी नई पुस्तक ‘सनातन धर्म क्या है’ भी प्रस्तुत की। भक्तों से कहा कि धर्म के ज्ञान से व्यक्तित्व में काफी बदलाव आता है। व्यक्ति रिश्तों का महत्व समझता है, दूसरों की गलतियां क्षमा करना सीखता है और भाव भी जानता है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दूसरों के सुख में जो अपना सुख मान ले, वही सज्जन होता है। कथा के दौरान सीताराम-हनुमान, राधे-राधे के जयकारों का उद्घोष गूंजता रहा। कथा के तीसरे दिन पंडाल में लाखों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने बाबा के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। ‘जिसकी लागी रे लगन भगवान में, उसका दीया जलेगा तूफान में’ जैसे भजनों पर भक्त मंत्रमुग्ध होकर झूमते रहे।