बेमेतरा के शिवनाथ नदी का जल स्तर घटने के साथ रेत की लूट शुरू हो गई है। प्रतिबंध के बावजूद नदी से खुलेआम रेत उत्खनन कर ट्रैक्टर ट्रालियों और हाइवा में लोड कर अवैध परिवहन किया जा रहा है। स्थानीय सरपंच ने इसकी शिकायत खनिज विभाग से भी किया था। लेकिन अफसर विभागीय काम और व्यस्तता का हवाला देकर जांच नहीं होने की बात कह रहे हैं।
सरपंच व ग्रामीणों की शिकायत पर भास्कर ने शनिवार को तिवरैया पहुंचकर हकीकत का पता लगाई। जिले के अंतिम छोर पर बस तिवरैया, बहिंगा में शिवनाथ नदी के घाट पर हाइवा और ट्रैक्टर ट्राली खड़ा था। मौके पर 60 से 70 की संख्या में मजदूर नदी से धमेले में रेत निकालकर गाड़ियों में भर रहे थे। वहीं, लोड होने पर ट्रैक्टर ट्रालियां में रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा था, वह भी खुलेआम। खास बात यह है कि बेमेतरा में सिमगा, बलौदाबाजार और रायपुर के रेत माफिया सक्रिय हैं, जो यहां शिवनाथ से रेत लूटकर ले जा रहे हैं।
तिवरैया में एक माह से चल रहा है यह खेल-स्थानीय लोगों की मानें, तो रेत लूटने का यह सिलसिला पिछले एक महीने से बदस्तूर जारी है। करीब 15 दिन पहले ग्राम पंचायत तिवरैया के सरपंच धनेंद्र साहू ने रेत के अवैध खनन व परिवहन की लिखित शिकायत खनिज विभाग में किया था। पखवाड़ेभर बाद भी सरकारी नुमाइंदे ने इस पर कार्रवाई नहीं की। इस कारण रेत माफिया बेखौफ हो गए हैं।
फसल सुरक्षा के लिए लगाए गेट भी खाेल रहे-ग्राम तिवरैया में किसानों ने फसलों की सुरक्षा के लिए धरसा से सिमगा मार्ग पर लोहे का गेट लगाया है। ताकि मवेशी न घुस सके। लेकिन रेत माफिया नदी से रेत लूटने के लिए इस लोहे के गेट को खोल देते हैं। इससे मवेशी घुस आते हैं और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस कार भी स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है। इसे लेकर कार्रवाई की मांग की गई, पर कुछ नहीं हुआ।
सिमगा से होते रायपुर तक पहुंच रही है रेत-सरपंच के मना करने के बाद अब माफिया रेत से भरे वाहनों को नदी किनारे होते हुए जुन्नाडीह कच्चे रास्ते से सिमगा मुख्य मार्ग होकर रायपुर की ओर निकल जाते हैं। जिला खनिज अधिकारी अर्चना ठाकुर का कहना है कि तिवरैया नदी घाट में अवैध रेत उत्खनन की शिकायत मिली है। विभागीय काम व वयस्तता के चलते जांच नहीं हो पाई है। कार्रवाई की जाएगी।