बस कुछ ही दिनों में बोर्ड और फाइनल एग्जाम होने वाले हैं. ऐसे में बच्चों पर स्ट्रेस हावी होने लगा है, जिसे एग्जाम फोबिया कहते हैं. दरअसल, एग्जाम से पहले बच्चे मन ही मन इतना डर जाते हैं कि आगे की तैयारी पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. इसलिए सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि उनके पैरेंट्स को भी थोड़ा स्थिर होने की जरूरत है. क्योंकि माता-पिता ही बच्चों के हौसले को बढ़ाते हैं. एग्जाम से पहले अधिकतर स्टूडेंट्स एंग्जायटी का शिकार हो जाते हैं. बोर्ड एग्जाम से डरने के बजाय अपने बच्चों को बेहतर तैयारी के साथ परफॉर्म करने को कहें. साथ ही पैरेंट्स होम ट्यूटर के साथ मिलकर तैयारियों को रिव्यू करें. आपको बता दें, कई बार बच्चों को इस दौरान बिना बात के गुस्सा आता है, घबराहट महसूस होती है और परीक्षा ना देने का मन होता है. वहीं पढ़ाई पर भी पूरा कंसंट्रेट करने में दिक्कत होती है. अधिकतर सवालों के जवाब याद करते समय भूलने पर दिमाग में निगेटिव ख्याल आने लगते हैं. इन सब बातों से आपको डरना नहीं है, बल्कि अपने पैरेंट्स से शेयर कीजिए. तो चलिए परीक्षा से पहले बच्चों की डाइट और व्यायाम के बारे में जान लेते हैं. एक्जाम स्ट्रेटजी को मेंटेन करने के लिए आप योगगुरु स्वामी रामदेव से कुछ टिप्स जान सकते हैं.
योग से मेमोरी होगी शार्प
बोर्ड एग्जाम से पहले अपने मन को शांत रखना चाहिए. जिससे आपकी परफॉर्मेंस में कोई गड़बड़ी न आए. इसके लिए बच्चे रिसर्च योग कर सकते हैं. इसे करने से बच्चों में मेमोरी स्टोरेज बढ़ती है. ये बाबा रामदेव का दिमाग को शार्प करने का सबसे असरदार तरीका है. सुबह के समय बच्चे ये योग जरूर करें. वहीं मजबूत दिमाग के लिए पेरेंट्स अपने बच्चों को ब्राह्मी, शंखपुष्पी, अश्वगंधा दे सकते हैं.
बच्चों के लिए आहार
अपने बच्चों को एग्जाम का स्ट्रेस बिल्कुल न होने दें. ऐसे में उनकी डाइट का विशेष ख्याल रखें. इसके लिए आप उन्हें दूध, ड्राई फ्रूट्स, ओट्स, बींस, शकरकंद, मसूर की दाल, अरहर की दाल आदि खाने के लिए दें. ये भोजन बच्चों को एकदम एक्टिव और फिट रखेगा. कोशिश करें अपने बच्चों को खाने में रोटी अधिक दें, जिससे उनका दिमाग सुस्त न पड़े. चावल के सेवन से बच्चे पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते हैं और उन्हें बार-बार नींद आती है.
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