गातापार ( बेल्हारी, पाटन ) -तहसील स्तरीय विशाल मां कर्मा जयंती एवं सामूहिक आदर्श विवाह समारोह में छत्तीसगढ़ पर्यावरण मित्र समिति ने लोगों को बंद पैकेट में पौधों के बीच बांटे जिसमें मुख्य रूप से बदाम के बीज शामिल थे, इमली, गंगा इमली व सीमित मात्रा में तेंदू के बीज शामिल थे समिति के सदस्यों ने नव दंपति को बीज भेंट करते हुए उक्त बीज को स्वच्छ पर्यावरण के लिए अपने घरों के आसपास ,व घर आंगन में जरूर लगाने का हाथ जोड़कर निवेदन किया ,जिसे नव दंपतियो ने सहर्ष स्वीकार किया । पैकेट में यहाँ तक लिखा गया था कि यदि आपको उपरोक्त बीज को लगाने का समय नहीं मिलता है ,तो उसे बरसात के दिनों में अपने आसपास के नदी नाले के किनारे व तालाब पार व खाली पड़े बंजर भूमि में भी खुला छोड़ देने का अनुरोध किया गया है ऐसा कर हम प्राकृतिक रूप से भी पौधे तैयार कर सकते हैं ,क्योंकि बरसात का पानी पाते ही बीज पौधे के रूप में अंकुरित हो जाता हैं जो आगे चलकर बडे पेड बन जाते हैं, पर्यावरण मित्र समिति बरसात के पूर्व भी खाली पड़े जगहों पर खासकर सड़क के किनारे बीज सींचते आ रहे हैं जिसका कहीं-कहीं सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला है नव दंपति को बिज भेंट करने के साथ ही समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी बीज भेंट कर उसे सुरक्षित जगह पर लगाने का अनुरोध किया गया है ,तहसील साहू संघ के अध्यक्ष दिनेश साहू महासचिव खेमलाल साहू पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयंती साहू , वरिष्ठ कार्यकर्ता व मीडिया प्रभारी धनराज साहू , निर्मल जैन सरपंच (रानीतराई ) ,मीडिया प्रभारी करण साहू टीम, डाँ गुलाब साहू ,डाँ बुद्धेश्वर साहू रायपुर हॉस्पिटल से स्वास्थ्य शिविर में आने वाले चिकित्सक गणों के साथ ही आम लोगों को भी पौधों के बीज भेंट किया गया ,कुछ बीज के पैकेट को आचार्य सुकृत साहेब के हाथों से भी नव दंपति को दिये गये ,आचार्य श्री ने भी नव दंपति को बीज को रोपण कर स्वच्छ पर्यावरण के लिए पौधे बनाने के लिए प्रेरित किया। उक्त कार्य में छत्तीसगढ़ पर्यावरण मित्र समिति के अध्यक्ष डॉ अश्वनी साहू ,गीता लाल साहू , सहित चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डाँ सुरेश साहू ,डाँ हिमाँचल साहू ने अपना सक्रिय भूमिका निभाया छत्तीसगढ़ पर्यावरण समिति के अध्यक्ष डॉ अश्वनी साहू ने लोगों सेअपने घरों में मौसमी फलों का उपयोग करने के बाद जो उसका बीज निकलता है उसे संग्रह कर , बरसात के पूर्व खाली पड़े बंजर भूमि मैदानों सड़क किनारे व नदी नालों केआस पास सिर्फ छोड़ देने सींचने मात्र से ही हम प्राकृतिक रूप से पौधे तैयार कर सकते हैं इस लिए बीज संग्रह कर जरूर सींचे, ऐसा कर हम स्वच्छ पर्यावरण के दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं ,समिति पिछले 5 वर्षों से ही सामूहिक आदर्श विवाह समारोह में नव दंपत्ति को पौधा भेट करने के साथ ही जनप्रतिनिधि व आम लोगों को भी पौधा भेट करते आ रहे हैं समिति ने यह पिछले 5 वर्षों में पौधा भेंट करने के बाद देखा की बहुत से लोग पौधा लेने के बाद उसे अपने घरों तक ले जाने में कुछ परेशानियां महसूस करता था और पौधों को वहीं पर छोड़ देते थे इसलिए समिति नेइस बार भीषण गर्मी को देखते हुये भी पौधा लाने ले जाने में कठिनाई महसूस हो रहा थाजिसके कारण से लोगों को पौधों के बीज देने का निर्णय लिया गया जिसका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला लोग बीज ग्रहण करने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक नजर आए ,बीज बाँटने की प्रक्रिया तेज गति से चल ही रहा था कि प्राकृतिक रूप से आये तेज अंधड बारिश ने खलल डाल दिया , समिति आगे भी इस प्रकार पौधा भेंट करने के साथ ही साथ लोगों को बीज भेंट करने की प्रक्रिया को और विस्तारित करेगा । समिति ने लोगों से यह गुज़ारिश भी किये हैं कि यदि आपके पास पौधारोपण के लिए उपयुक्त बीज उपलब्ध हो तो समिति तक जरूर पहुंचाये ,ताकि उसका उपयोग किया जा सके ,साथ ही जो व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण कार्य में सक्रिय रूप से जुडना चाहे वे हमारे समिति से जुड़े सकते हैं।