रायपुर। प्रदेश कूर्मि क्षत्रिय समाज द्वारा कल 21 दिसंबर एवं 22 दिसंबर को दो दिवसीय अधिवेशन का आयोजन तिल्दा समीपस्थ ग्राम तुलसी में किया गया है। इस अधिवेशन को कूर्मि संझा नाम दिया गया है। कूर्मि संझा कार्यक्रम में अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के नाम पर फर्जी पदाधिकारियों को मंचासीन किया जा रहा है। उक्त बातें अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभूषण वर्मा ने कही। उन्होंने समाज को भड़काने वालों को चेताते हुए कहा है कि ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि समाज संगठित होकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। ऐसे में राजनीतिक स्वार्थपूर्ति के लिए कुछ लोगों द्वारा महासभा के पंजीयन का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पदाधिकारियों को मंचासीन किया जा रहा है। ऐसे लोगों और संरक्षण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग पुलिस प्रशासन से की है। प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभूषण वर्मा ने यह भी कहा कि महासभा के बैनर का फर्जी तौर पर उपयोग करने के मामले में दुर्ग सांसद विजय बघेल, जितेंद्र सिंगरौल समेत कई लोगों को लीगल नोटिस जारी किया है। ताकि समाज में भ्रम फैलाने वालों पर सख्ती से शिकंजा कसा जा सके।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में रायपुर कलेक्टर को पत्र भी लिखा गया है जिसमें संपूर्ण कूर्मि संझा कार्यक्रम से संबंधित जानकारियां दी गई है। रायपुर कलेक्टर को लिखे गये पत्र में महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्री वर्मा द्वारा बताया गया कि प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज का दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन 21 और 22 दिसंबर को तिल्दा राज (जिला-रायपुर) में आयोजित किया जा रहा है। यह अधिवेशन अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के पंजीयन क्रमांक (220/1984-85) का उपयोग कर किया जा रहा है। प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज विगत कई वर्षों से महासभा के पंजीयन क्रमांक का लगातार दुरूपयोग करता आ रहा है। इस संबंध में प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज से संबद्ध पदाधिकारियों को पूर्व में भी सूचना प्रेषित की जा चुकी है, साथ ही वकील के माध्यम से भी सूचित किया जा चुका है। इन सबके बाद भी उक्त समाज अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के पंजीयन क्रमांक का दुरुपयोग करने से बाज नहीं आ रहा है। आपको अवगत करा दें कि अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा पूरे देश में कार्यरत 132 साल पुरानी संस्था है।
इस महासभा की देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ राज्य में भी सक्रियता है। साथ ही इसके पदाधिकारी अपने सामाजिक दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करते आ रहे हैं। हमारी महासभा का प्रदेश स्तर पर अपने सामाजिक जनों के बीच बहुत अच्छा सामंजस्य है। साथ ही महासभा के वरिष्ठ, युवा और महिलाएं लगातार राजनैतिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में समाज के हित के लिए निरंतर आगे बढऩे प्रोत्साहित करते आ रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज के 21 और 22 दिसंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसे कई माननीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा ने पूर्व में भी प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज के फर्जी पदाधिकारियों, जिसका महासभा से कोई संबंध नहीं है, उनके खिलाफ नोटिस जारी किया जा चुका है, साथ ही इसकी सुनवाई 26 दिसंबर को तय की गई है। जिसमें प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज के वर्तमान अध्यक्ष विजय बघेल (सांसद, दुर्ग), लताऋषि चंद्राकर, जितेन्द्र सिंगलौर नोटिस जारी किया जा चुका है। साथ उक्त संस्थान से संबंधित अन्य फर्जी पदाधिकारियों को भी शीघ्र ही नोटिस जारी किया जाएगा। अत: हमारा विशेष आग्रह है कि प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज के कुर्मी संझा के उक्त फर्जी कार्यक्रम से मुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को दूर ही रखा जाए।