रायपुर। छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष, राकेश साहू एवं जिलाध्यक्ष सुखीराम धृतलहरे ने राज्य शासन से मांग की है कि पूर्व राज्य परिवहन निगम, वर्तमान सीआईडीसी के आकस्मिक निधन हुए कर्मचारी साथियों के परिजनों के क्रमिक उपवास का छठवां दिन भी बीत जाने पर, शासन द्वारा कोई सुध नहीं ली गई। जिसकी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने शासन पर आरोप लगाया कि कलेक्टर कार्यालय एवं मंत्रालय के अफसरों की लापरवाही के चलते यह अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण उद्भत हुआ है। वर्ष 2011 में अनुकंपा नियुक्ति के लिए शिक्षाकर्मी में नियुक्ति की गई है।
वर्ष 2013 में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश की अवहेलना करते हुए सीआईडीसी के कर्मचारियों को नियुक्ति से वंचित कर दिया गया। सीआईडीसी के बोर्ड की बैठक में मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन, सचिव वित्त विभाग, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग एवं सचिव परिवहन विभाग के द्वारा दिसंबर 2019 में लिए गए निर्णय के उपरांत भी आज तक आदेश जारी नहीं किया जाना शासन की लेटलतीफी दर्शाता है। वही माननीय उच्च न्यायालय, बिलासपुर द्वारा पारित आदेश का पालन नहीं किया जाना निराशाजनक है। हताश होकर संगठन के तत्वाधान में परिजनों द्वारा उपवास किया जा रहा है। मांगे जल्दी पूरी नहीं किए जाने पर शांति स्वरूप आंदोलन को उग्र आंदोलन में परिवर्तित किया जाएगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन की होगी। आज के उपवास में शामिल हुए परिजनों में भूपेंद्र साहू, देवीलाल शुक्ला, के के पांडे, विवेक चौहान, मोहम्मद जुनेद, जगजीत सिंह, प्रेम नारायण साहू, देवेंद्र शर्मा द्वारा उपवास किया गया और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम अनुकंपा नियुक्ति के आदेश को जारी करने हेतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश साहू, जिला अध्यक्ष सुखीराम घृतलहरे, उपाध्यक्ष गजेश यादव, महामंत्री प्रकाश शुक्ला, भीम लाल मोटघरे, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, प्रांतीय पदाधिकारी जान सी पाल, राधेश्याम वर्मा, बेनी राम गायकवाड, ज्वाला कश्यप, पेंशनर संघ के सी एल साहूआशीष जायसवाल, लक्ष्मण प्रसाद पनका, आज के प्रर्दशन में अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन संयोजक अनिल शुक्ला एवं ओ पी शर्मा सहित , स्मृति साहू संजय क्लाइव एवं अन्य कर्मचारी साथी आज के इस आंदोलन में उपस्थित रहे।