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कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में जुटी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं

नारायणपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार तथा कलेक्टर अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में वन विभाग द्वारा मुनगा पौधरोपण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत् नारायणपुर जिले के समस्त शासकीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों सहित में मुनगा के पौधे का रोपण किया जा रहा है। इस मुनगा रोपण अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामीण महिलाएं अपनी सहभागिता निभा रही हैं। वे अपने आसपास के आंनगबाड़ी और अपने घर के खाली जगहों में मुनगा पौधों का रोपण कर रही है। कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं इस कार्य के लिए जुट गई हैं। महिला एवं बाल विकास अधिकारी रविकांत ध्रुर्वे ने बताया कि जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुनगा के पौधों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुनगा हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। मुनगे का फल और भाजी का उपयोग कुपोषण को दूर करने सहायक है। मुनगा के रोपण से आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा आसपास में इसके रोपण से भविष्य में मुनगा की सहजता से उपलब्धता होगी। जिससे इन संस्थाओं में पडऩे वाले बच्चों को और आंगनबाड़ी केंद्र के हितग्राही महिलाओं को भी लाभ होगा। साथ ही परिसरों में हरियाली सहित पर्यावरण के संरक्षण तथा संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा। आयुर्वेद में मुनगा को पौष्टिकता से भरपूर महत्वपूर्ण सब्जी का स्थान दिया गया है। यह डायबिटीज से लेकर कैंसर जैसे भयंकर बीमारियों तक के लिए चमत्कारी होता है। यह भी बताया जाता है कि मुनगा मल्टीविटामिन से भरपूर होता है। इसकी पत्तियों में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई पाया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसमें आयरन, मैगनिशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं। बच्चों में कुपोषण दूर करने में अति प्रभावशाली तथा खून की कमी को दूर करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बस्तर को स्वस्थ बनाने हेतु अपने आंगन, खेत, बाड़ी में अधिक से अधिक मुनगा पौधा लगाने की अपील कलेक्टर के द्वारा किया गया है।

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