बदलते मौसम के साथ कई बार पाचन संबंधित कई तरह की बीमारियां और परेशानियां सामने आती है। खाना सही तरह से ना पचने की स्थिति में पेट के कई रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी, आंतों में सूजन, सीलिएक रोग, आदि कई बीमारियों का खतरा बना रहता है। चाहे मौसम बदल रहा हो या खराब लाइफ स्टाइल के कारण पेट संबंधित समस्याएं हो सकती है। डॉक्टर्स भी कहते हैं कि पेट को सही रखने से ही कई बीमारियों से बचाव हो सकता है। कहा जाता है कि सेहत का राज स्वस्थ्य पेट में होता है। ऐसे में व्यक्ति के लिए जरुरी है कि वो सेहत के साथ अपने पेट की सेहत और पाचन तंत्र का खास ख्याल रखे। आयुर्वेद में पाचन तंत्र को सुधारने के लिए कई तरह के उपाय मौजूद हैं जो तेज, आसानी से और बेहद प्रभावी तरीके से काम कर सकते है। कई आसान तरीके भी हैं जो सिर्फ दो या तीन सामग्रियों को मिलकर बनते है। आयुर्वेदिक उपायों की खासियत है कि इन्हें घर से बाहर नहीं बल्कि घर के अंदर ही आसानी से ढूंढा जा सकता है। देसी नुस्खा अपनाने के लिए घर में से ही अदरक का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा आमतौर पर व्रत में उपयोग किए जाने वाला सेंधा नमक भी पाचन तंत्र को सुधारने में कारगर साबित हो सकता है। इस नुस्खे के लिए एक छोटा टुकड़ा अदरक और 1 चुटकी सेंधा नमक की आवश्यकता होती है। जिन लोगों को पाचन तंत्र संबंधित परेशानी होती है उनके लिए ये काफी कारगर नुस्खा है।
ये है विधि
भोजन करने से पहले अदरक का छोटा टुकड़ा एक चुटकी सेंधा नमक के साथ लें सेंधा नमक और अदरक को भोजन से 10 मिनट पहले खाएं या फिर इसे खाने के साथ ही खाएं अदरक और सेंधा नमक के ये हैं फायदे सेंधा नमक जो कि आमतौर पर व्रत के खाने में ही उपयोग किया जाता है। वो खाने का स्वाद तो बढ़ाता है ही मगर इसके अलावा भी इसके कई लाभ है। ये भोजन को पचाने में काफी सहायक सिद्ध होता है। सेंधा नमक के अलावा अदरक के भी कई गुणकारी फायदे होते हैं जो वजन कम करने से लेकर एंटी बैक्टिरियल होते है। अदरक के लाभ भारतीय किचन में अदरक आमतौर पर उपलब्ध होती है। ये सब्जी का स्वाद बढ़ाने के काम तो आती है मगर इसके कई छिपे हुए गुण भी हैं जिससे सेहत से जुड़ी हुई कई समस्याओं से राहत पाने में मदद मिलती है। आसानी से मिलने वाली अदरक को पेट के लिए अमृत माना जाता है। इसमें पाचन को बढ़ावा देने वाले कई ऐसे गुण होते हैं, जो व्यक्ति के पाचन तंत्र को मजबूत करते है। अदरक पाचन को बढ़ावा देने वाले गुणों से भरपूर होती है। गौरतलब है कि अदरक आमतौर पर वात कफ को संतुलित करने में मदद करती है। अदरक के सेवन से खांसी, जुकाम जैसी छोटी मोटी समस्याओं का निदान घर पर ही कर लिया जाता है। वहीं कई मामलों में शरीर के दर्द को कम करने में भी अदरक अहम भूमिका निभा सकती है। अदरक भोजन को पचाने में काफी मददगार होती है। इसके नियमित सेवन से मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है। अदरक का सेवन उन लोगों को करना चाहिए को आमतौर पर कब्ज की समस्या से जूझते है। वहीं अदरक पेनक्रियाज के पाचन एंजाइमों ट्रिप्सिन और काइमोट्रिप्सिन में सुधार करने के लिए जानी जाती है। सेंधा नमक सेंधा नमक पाचन के लिए भी बहुत अच्छा होता है। सेंधा नमक वात दोष को भी शांत करने में मददगार होता है। आयुर्वेद में सलाह दी जाती है कि सेंधा नमक का ही उपयोग करना चाहिए। आयुर्वेद में पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे फायदेमंद पोषक तत्व होते है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से बदहजमी, कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकार व गैस जैसी समस्या से राहत मिलती है। वहीं सेंधा नमक इन परेशानियों को दूर करने के अलावा मिनरल्स और विटामिन्स से भरपूर होता है। इनके सेवन से पाचन तंत्र बेहतर होता है। अगर आपको भी पाचन तंत्र से जुड़ी दिक्कत है तो इसे ठीक करने के लिए अदरक और सेंधा नमक के देसी नुस्खे को अपनाया जा सकता है।