हम बहुत बार शरीर में हो रहे सामान्य से बदलाव या लक्षण को इग्नोर कर देते हैं. लेकिन यही बदलाव आगे चल के बड़ी बीमारी की वजह हो सकती है. सांस लेने में परेशानी, थकान, वेट कम होना, बालों का झडऩा कुछ ऐसे ही लक्षण हैं जिसे हम नॉर्मल समझ कर छोड़ देते हैं और अपने लाइफस्टाइल में गड़बड़ी या मौसमी बदलाव से जोड़ देते हैं. ऐसा ही कुछ हम कैंसर के लक्षण के साथ भी करते हैं. ये बात कहना गलत नहीं होगा कि कोई भी लक्षण जब तक गंभीर ना हो जाए तब तक उसे सीरियस ना लेना एक ह्यूमन टेडेंसी है. कैंसर भी एक ऐसी ही गंभीर बीमरी है,जिसकी शुरुआत साधारण लक्षणों से होती है. कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिन्हें पहचाना जाना मुशकिल होता है. आइए जानते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण के बारे में.
क्या कहता है डब्ल्यूएचओ?
वैश्विक स्तर पर कैंसर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है. डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में दुनिया भर में प्रत्येक वर्ष 10 मिलियन कैंसर के नए मामले सामने आते हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में हर 10 भारतीयों में से एक को पूरे जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना रहती है और 15 में से एक व्यक्ति की मौत कैंसर के कारण होती है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में भारत से हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं.
- भारत में हर साल 16 मिलियन कैंसर से संबंधित नए मामले दर्ज किए जाते हैं.
- लगभग 7,84,800 लोगों की मौत कैंसर के कारण होती है.
- भारत में होने वाले छह मुख्य कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, लंग कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है.
कैंसर के शुरुआती लक्षण - बेवजह वजन कम होना
अगर आपका बीना किसी वजह से वजन कम होता जा रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. अगर पिछले कुछ दिनों में आपका वजन 4-5 किलोग्राम या इसे अधिक वजन कम हुआ है, तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि दुर्लभ मामलों में यह कैंसर का पहला संकेत हो सकता है. - शरीर में गांठ दिखना
प्रिवेंशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर शरीर में अचानक कोई गांठ उभर आए तो उसे इग्नोर करना खतरनाक हो सकता है. यही गांठ धीरे-धीरे शरीर में कैंसर या सिस्ट का रूप ले लेती है. कई बार गांठ खुद से ठीक भी हो जाती है लेकिन अगर इसमें दर्द या खून निकले तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. - त्वचा का रंग बदलना
त्वचा शरीर का सबसे बड़ा हिस्सा होता है और यह कई तरह से प्रभावित हो सकता है. पीलिया एक लक्षण है जो कैंसर का संकेत दे सकता है. पीलिया के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें. - लगातार खांसी आना
मौसम में बदलाव के कारण लोग खांसी जैसी समस्या का सामना करते हैं. ऐसे में लगातार खांसी आने की वजह से सीने से दर्द होना कैंसर का संकेत हो सकता है. अगर आपको लंबे समय से खांसी आ रही है तो यह लंग्स या थायरोइड कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे किसी लक्षण को इग्नोर बिलकुल ना करें. - बाउल मूवमेंट और ब्लैडर फंक्शन में बदलाव
कब्ज, दस्त, मल में खून आना कोलोरेक्टल कैंसर के संकेत हो सकते हैं. पेशाब करते समय दर्द के साथ खून आना ब्लैडर और प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
कैंसर के स्टेज
कैंसर को पांच स्टेज में विभाजित किया गया है. कैंसर का स्टेज आपको कैंसर कितना गंभीर रूप ले चुका है ये बताता है. - स्टेज 0 – यह दर्शाता है कि आपको कैंसर नहीं है. हालांकि, शरीर में कुछ असामान्य सेल्स मौजूद होती है, जो कैंसर में विकसित हो सकती हैं.
- स्टेज 1- इस स्टेज में ट्यूमर छोटा होता है और कैंसर कोशिकाएं केवल एक क्षेत्र में फैलती हैं.
- स्टेज 1 और 2 – पहले और दूसरे स्टेज में ट्यूमर का आकार बड़ा हो जाता है और कैंसर कोशिकाएं पास स्थित अंगों और लिम्फ नोड्स में भी फैलने लगती हैं.
- स्टेज 4 – यह कैंसर का आखिरी और बेहद खतरनाक स्टेज होता है, जिसे मेटास्टेटिक कैंसर भी कहते हैं. इस स्टेज में कैंसर शरीर के दूसरे अंगों में फैलना शुरू कर देता है.
कैंसर का इलाज
डॉक्टर कैंसर के प्रकार, स्थान या अवस्था के आधार पर इलाज का विकल्प तय कर सकता है. आमतौर पर, कैंसर के उपचार में मुख्य रूप से सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट्स शामिल हैं.
नोट-इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.