भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना इस साल 4 जुलाई 2023 से शुरू हो जा रहा है। इस बार अधिमास के चलते सावन पूरे 59 दिनों का होगा। सावन के महीने में बड़ी संख्या में शिव भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं, वहीं कांवडि़ए भी बड़ी संख्या में कांवड़ा यात्रा निकालते हैं। बता दें, कांवड़ जल लेने के लिए कांवडिय़ां हरिद्वार उत्तराखंड जाते हैं। हिंदू धर्म के लिए पवित्र स्थानों में से एक इस जगह पर रोजाना हजारों भक्त और सैलानी भगवान के दर्शन करने और घूमने के लिए आते हैं। सावन के महीने में हरिद्वार में काफी संख्या में कांवडि़ए पहुंचते हैं। ऐसे में इतनी भीड़ के बीच कांवडिय़ों के लिए हरिद्वार में होटल मिलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे हरिद्वार के कुछ ऐसे आश्रम के बारे में जहां आप बिल्कुल फ्री में रूक सकते हैं। यहां आपको खाना भी मिलेगा।
शांतिकुंज आश्रम
हरिद्वार में ठहरने के लिए आप एक बार शांतिकुंज आश्रम आएं। कहते हैं, इस आश्रम में खाने-पीने के अलावा ठहरने की सुविधा एकदम फ्री में मिलती है। सुबह और शाम के समय यहां लंगर भी मिलता है। इस आश्रम में ठहरने के लिए आपको आश्रम के छोटे-मोटे कार्य करने होते हैं। आश्रम हर की पौड़ी से करीबन 7 किमी दूर है।
प्रेम नगर आश्रम
हरिद्वार में प्रेम नगर आश्रम भी है। इस आश्रम में करीबन 800 कमरे हैं। हालांकि लोगों का मानना है कि आश्रम में एक रात रुकने के लिए करीबन 50 रुपए देने पड़ते हैं। इस आश्रम में सुबह और शाम के वक्त भी लंगर लगता है।
सप्त ऋषि आश्रम
सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार का सबसे प्राचीन और सबसे सुंदर आश्रम है। गंगा नदी से काफी पास होने की वजह से यहां सबसे ज्यादा भक्त आते हैं। हालांकि इस आश्रम को लेकर कहते हैं कि यहां केवल साधु-संत ही रुक सकते हैं। इसके अलावा, वोलिंटियर यानी स्वयंसेवक भी इस आश्रम में रुक सकते हैं। इस आश्रम में लंगर भी लगता है।