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जब कलेक्टर ने निभाई शिक्षक की भूमिका

राजनांदगांव। कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज शिक्षक की भूमिका में नजर आए। कलेक्टर श्री सिंह ने राजनांदगांव विकासखंड के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल सुरगी पहुंचकर कक्षा 11वीं एवं 12वीं वाणिज्य संकाय के बच्चों को शिक्षक बनकर पढ़ाया। उन्होंने बच्चों से सवाल-जवाब भी किए और बच्चों की पढ़ाई का आंकलन किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कोई भी विषय छोटा या बड़ा नहीं है। हर विषय महत्वपूर्ण है। अपने विषय में अच्छी मेहनत करें और सफलता अर्जित करें। उन्होंने कहा कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत। आप जो सोच रहे हैं, वह बन सकते हैं। लक्ष्य के प्रति समर्पण एवं निष्ठा के साथ कार्य करेंगे, तो सफलता जरूरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि कॉमर्स उनका विषय रहा है और इस विषय में कैरियर के अच्छे अवसर हैं। विद्यार्थियों ने उत्साह एवं खुशी से अपने कैरियर की बातें कलेक्टर से साझा की। किसी ने कहा कि चार्टर्ड एकाउन्टेंट बनना है, तो किसी ने कहा आईएएस, प्रोफेसर, बैंक मैनेजर तो किसी ने शिक्षक एवं आर्मी में जाने की इच्छा जाहिर की। कलेक्टर ने कहा कि यह आपके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ है। उन्होंने बच्चों को बड़े सपने देखने कहा। लक्ष्य पाने के लिए अपनी पढ़ाई का समय जरूर बढ़ायें। कलेक्टर श्री सिंह ने बच्चों को मूल्य ह्रास पढ़ाया और बैलेंस शीट, बैंक समाधान विवरण, खाताबही, चल एवं अचल संपत्ति, लाभ-हानि के संबंध में पूछा और उनके ज्ञान एवं अध्ययन के स्तर को परखा। कलेक्टर ने बच्चों को बताया कि किसी वस्तु में मूल्य ह्रास किस प्रकार घटता है। उन्होंने स्थायी ह्रास का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी फैक्ट्री में किस तरह से प्रतिवर्ष ह्रास लगता है। उन्होंने बच्चों को वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि एवं घटने की प्रक्रिया को भी समझाया। बच्चों को स्थायी सम्पत्ति एवं अस्थायी सम्पत्ति तथा रायल्टी के संबंध में भी बताया। उन्होंने बच्चों से पुस्तपालन के जन्मदाता का नाम पूछा तो बच्चों ने पुस्तपालन के जन्मदाता लुकास पेसियोला का नाम बताया। उन्होंने अर्थशास्त्र, बिजनेस स्टडी के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए बीबीए एवं एमबीए के कोर्स भी कर सकते हैं और कैरियर के लिए कई नए आयाम हंै। कलेक्टर श्री सिंह ने विद्यालय में संचालित विज्ञान संकाय में आरएमए को अपने विषय का अध्यापन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय के सभी कक्षाओं में अध्ययन कर रहे बच्चों को उनके  पढ़ाई-लिखाई एवं कैरियर के लिए मार्गदर्शन दिया। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती गुरूप्रीत कौर, डिप्टी कलेक्टर श्री अमीय श्रीवास्तव, सीडीपीओ रीना ठाकुर ने भी बच्चों को पढ़ाया। गौरतलब है कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से नई पहल करते हुए जिला स्तरीय अधिकारियों को महती जिम्मेदारी सौंपी है। जिला स्तरीय अधिकारी सप्ताह में एक दिन स्कूलों में पहुंचकर अध्यापन कार्य संपादित कर रहे हैं। 

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