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क्षेत्रीय भाषा का ज्ञान होना आवश्यक,परंतु राष्ट्र भाषा हिंदी का संवर्धन भी अनिवार्य : ला. एस एन पटेल

छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मानव संसाधन विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष ला एस एन पटेल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे राष्ट्र की भाषा हिंदी है ,जो राष्ट्र को एक सूत्र में बांधती है परंतु आज भी कई प्रांतों में लोग बिलकुल भी हिंदी नही समझते जिस से कई बार दूसरे प्रांत के लोगों को एक दूसरे प्रांत में बेहतर संवाद करने में कठिनाई होती है ,तथा राष्ट्र भाषा हिंदी के संवर्धन में अभी और व्यापक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता महसूस होती है।श्री पटेल ने आगे कहा की इस ओर केंद्र सरकार को सुझाव देते हुए जल्दी ही मानव संसाधन समिति द्वारा भारत के प्रधानमंत्री जी तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र लिखा जाएगा जिसमे हमारी ये मांग होगी की प्रारंभिक शिक्षा से लेकर 5 वि तक के सभी राज्यों के पाठ्यक्रम में हिंदी को अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए ।श्री पटेल ने जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक प्रांत की जनता को अपने क्षेत्रीय भाषा का ज्ञान होना ही चाहिए परंतु बात जब राष्ट्र की आती है तो हिंदी भाषा में हल्का फुल्का संवाद भी एक अपनापन जागृत करता है इसलिए हिंदी भाषा अनिवार्य रूप से आनी ही चाहिए।

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